पटना :शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार कई तरह के मुहिम चला रही है और कई प्रयास किए जा रहे हैं. इसके साथ ही कई ऐसी संस्थाएं हैं, जो समाज को शिक्षित बनाने के लिए लगातार काम कर रही है. वहीं, कई ऐसे शिक्षक हैं जो खुद के प्रयास से बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं. कुछ ऐसी ही कहानी है पटना के रहने वाले राजहंस और आयुषी की. जो पीछले पांच-छह सालों से स्लम बस्ती में जाकर बच्चों के बीच शिक्षा की अलख जगा रहे हैं. इसी को देखते दोनों को मुंबई में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार (National Award for excellent work in education) से नवाजा गया है.
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स्लम बस्ती में बच्चों को शिक्षा दे रहे दो शिक्षक: बता दें कि, पटना के कंकड़बाग के रहने वाले राजहंस और आयुषी लगभग पांच-छह सालों से कंकड़बाग के स्लम बस्ती के बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं. दोनों घूम-घूम कर स्लम बस्ती के बच्चों को शिक्षा के लिए जागरूक करते हैं. साथ ही साथ जो बच्चा पढ़ना चाहते है, उन्हें स्कूल में भी दाखिला दिला कर फ्री में शिक्षा दिलाने का काम करते हैं. उनके इस मुहिम से लगभग 2 से ढाई सौ बच्चे जुड़े हुए हैं. यहां तक कि बच्चों को कंपटीशन की तैयारी करवा कर नवोदय विद्यालय और सैनिक विद्यालय में भी भेजने का काम करते हैं.