पटना: बढ़ते कोरोना संक्रमितों की संख्या को देखते हुए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. दरअसल, बिहार के 7 मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के साथ ही अब 2 प्राइवेट लैब में भी कोरोन की जांच होगी. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल साइंस ने राज्य सरकार के प्रस्ताव पर 2 प्राइवेट लैब को जांच की अनुमति दे दी है. इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने दी.
अब राज्य के 2 प्राइवेट लैब्स में भी होगी कोरोना की जांच, ICMR ने दी मंजूरी
जल्द राज्य के दो प्राइवेट लैब भी कोरोना की जांच की जाएगी. आइसीएमआर ने बिहार के पाथ काइंड डायेग्नाेस्टिक और डॉ. लाल पैथ लैब के प्रस्ताव मंजूर किए हैं.
इतनी होगी फीस
संजय कुमार ने बताया कि राज्य में कोरोना सैंपल जांच में तेजी लाने के लिए 2 प्राइवेट लैब में जांच प्रारंभ का प्रस्ताव आइसीएमआर को दिया गया था. इनमें एक पाथ काइंड डायेग्नाेस्टिक और दूसरा डॉ. लाल पैथ लैब है. प्रधान सचिव ने कहा कि आइसीएमआर ने दो चरण में होने वाली कोरोना जांच के लिए प्राइवेट संस्थानों के लिए अधिकतम फीस 4500 रुपये निर्धारित की थी. लेकिन, सिंगल जांच के लिए प्राइवेट संस्थान कितनी फीस लेंगे इसका निर्धारण नहीं हुआ था. विचार करने के बाद राज्य सरकार ने प्राइवेट लैब में सिंगल जांच के लिए अधिकतम फीस 2500 रुपये तय की है.
अबतक इन जगहों पर हो रही है जांच
बता दें कि अब तक राज्य में 6 मेडिकल कॉलेज पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, एसकेएमसीएच, जेएलएनएमसीएच डीएमसीएच, एम्स पटना और राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट में ही कोरोना की जांच हो रही थी. इन संस्थानों के साथ ही अब दो प्राइवेट लैब में भी कोरोना की जांच शुरू हो जाएगी, जो व्यक्ति प्राइवेट संस्थान में जांच कराना चाहते हैं वे पाथ काइंड डायेग्नाेस्टिक और डॉ. लाल पैथ लैब में अपनी जांच करा सकेंगे.