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पटना: बिहटा रेफरल अस्पताल में दो नवजात की मौत, परिजनों ने ANM पर लगाया लापरवाही का आरोप - अस्पताल में दो नवजात शिशु की मौत

पटना के बिहटा रेफरल अस्पताल में दो नवजात की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल के एएनएम कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाया. चिकित्सा पदाधिकारी ने जांच का आदेश दिया है.

बिहटा रेफरल अस्पताल
बिहटा रेफरल अस्पताल

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Published : Apr 13, 2021, 5:21 PM IST

पटना: राजधानी पटना से सटे बिहटा प्रखंड मुख्यालय स्थित रेफरल अस्पताल में एक साथ दो नवजात की मौत हो गई. इसके बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया. घटना को लेकर परिजनों ने अस्पताल के दो एएनएम के ऊपर लापरवाही का आरोप लगाया है. वहीं, हंगामें की सूचना मिलने के बाद प्रखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. कृष्ण कुमार मौके पर पहुंचे और समझाने बुझाने की कोशिश करने लगे. काफी समझाने बुझाने के बाद और प्रशासन की टीम पहुंचने पर मामला शांत हुआ.

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"2 नवजात की मौत की सूचना मिली है. अस्पताल के डॉक्टर और एनएम द्वारा एक बच्चे की मां को रेफर कर दिया गया था. लेकिन जिस अस्पताल में वह पहुंचे उस वक्त उस अस्पताल में डॉक्टर उस समय नहीं थे देर के कारण नवजात की मौत हुई है. हालांकि, परिजनों ने जिस एएनएम पर आरोप लगाया है उसपर पूर्व में भी कई आरोप लग चुके हैं. फिलहाल परिजनों की तरफ से लिखित आवेदन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. जांच के क्रम में जो भी दोषी होगा उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी."- डॉ. कृष्ण कुमार, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

जानें पूरा मामला
दरअसल बिहटा प्रखंड के श्रीचंदपुर निवासी अमलेश कुमार की पत्नी सोनाली कुमारी और अमित वर्मा की पत्नी चंदा देवी ने बच्ची को जन्म दिया था. लेकिन दोनों की मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल परिसर में हंगामा शुरू कर दिया. अस्पताल की एएनएम सिंदू देवी और मंजू देवी के ऊपर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके वजह से दोनों नवजात की मौत हुई है.

"सोमवार की सुबह करीब 3 बजे एंबुलेंस के जरिए सोनाली कुमारी को अस्पताल में भर्ती कराया था. उस वक्त डॉक्टर और अस्पताल के एएनएम ने उसे भर्ती कर लिया. जब तबीयत बिगड़ने लगी तब अचानक एएनएम सिंधु ने कहा कि इसे अब प्राइवेट अस्पताल में ले जाएं या पटना ले जाए. नजदीकी प्राइवेट अस्पताल में ले गए तब तक बच्ची की मौत पेट के अंदर ही हो चुकी थी. अगर सही समय पर एएनएम या अस्पताल के डॉक्टर रेफर कर देते तो आज नवजात जिंदा होती."- जयंती देवी, आशा कर्मी, परिजन

अस्पताल में हंगामा

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"मैंने कल शाम 5 बजे अस्पताल में अपने निजी वाहन से पत्नी को भर्ती कराया था उस वक्त सब कुछ ठीक था. लेकिन जब मेरी पत्नी की डिलीवरी हुई रात में तब से नवजात बच्ची कुछ बोल नहीं रही थी. सुबह में जब एएनएम से पूछा तो उसने बताया कि सब कुछ ठीक है, लेकिन जब मुझे शक हुआ तब देखा की बच्ची मरी हुई है. एनएम सही तरीके से डिलीवरी और देखभाल नहीं की जिसके कारण मेरी बच्ची की मौत हुई है."- अमित वर्मा, परिजन

जांच के दिये गए आदेश
फिलहाल घटना की सूचना मिलने के बाद बिहटा पुलिस भी मौके पर पहुंची और परिजनों को जैसे-तैसे समझा कर शांत कराया. साथ ही इस घटना को लेकर संबंधित अधिकारी ने जांच के आदेश दिये हैं.

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