पटना :राजधानी पटना के होटल मौर्या में हृदय रोग विशेषज्ञों का दो दिवसीय कार्डिकॉन सम्मेलन शुरू (Cardicon Conference in Patna) हो गया है. कार्डियक सोसाइटी ऑफ इंडिया (Cardiological Society of India) बिहार चैप्टर की ओर से आयोजित इस सम्मेलन में पहले दिन देश भर से 300 से अधिक चिकित्सक शामिल हुए. इस सम्मेलन में हृदय रोग से संबंधित विभिन्न प्रकार के नई चुनौतियों और इलाज के नई तकनीकों के बारे में विभिन्न वरिष्ठ चिकित्सकों ने अपने विचार साझा किए. सभी चिकित्सकों ने इस पर अपने विचार प्रकट किए कि युवाओं में हार्ट अटैक के मामले बीते वर्षों में बढ़ें हैं और इसके लिए अत्याधुनिक जीवन शैली बड़ा कारण है. ऐसे में सभी को खान-पान और जीवन शैली सुधारने पर विशेष ध्यान देना होगा.
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''सम्मेलन में शामिल होने के लिए पहले दिन तीन सौ से अधिक वरिष्ठ चिकित्सक देश भर से पहुंचे हैं. पहले दिन हार्ट फेल्योर मीथ एंड रियलिटिज, हार्ट फैलियर विद हाइपरटेंशन एंड हाउ टू अप्रोच, हार्ट एंड इमोशन जैसे कई विषयों पर सेशन आयोजित किए गए हैं. यह सम्मेलन प्रदेश के हृदय रोग विशेषज्ञ के लिए काफी लाभदायक साबित होने जा रहा है. बीते 2 वर्षों से कोरोना के कारण फिजिकल सम्मेलन नहीं हो पाया था ऐसे में कई नई तकनीकों के बारे में सही जानकारी यहां के चिकित्सकों को नहीं मिल पाई थी. इस सम्मेलन के माध्यम से हृदय रोग के क्षेत्र में नए इनोवेशन और नई चुनौतियों के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा की जा रही है.''- डॉ उपेंद्र नारायण सिंह, कार्डिकॉन सम्मेलन आयोजन समिति के सचिव
डॉ उपेंद्र नारायण ने बताया कि हृदय रोग के क्षेत्र में कई अत्याधुनिक डेवलपमेंट हुए हैं. छोटे-छोटे स्टैंट उपलब्ध हो गए हैं. इलाज की तकनीक में विकास हुआ है और कई नई तकनीक सामने आए हैं. ऐसे में इन तकनीकों का प्रयोग बेहतर इलाज के लिए कैसे किया जा सकता है, तमाम विषयों पर विस्तार से चर्चा की जा रही है. जो जूनियर डॉक्टर्स हैं वह अपना रिसर्च पेपर भी सबमिट कर रहे हैं और एक्सपर्ट उस पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.