पटना:राजधानी पटना में 20 दिन पहले लापता हुए युवक मनीष की हत्या मामले में सिटी एसपी पश्चिमी राजेश कुमार ने खुलासा किया है. बताया जाता है कि जमीन कारोबारी युवक मनीष की हत्या आठ लाख रुपये के लिए उसके दोस्त ने की थी और शव को जमीन में दफना दिया. बताया जाता है कि युवक के गायब होने के बाद परिवार वालों ने शक जताया तो पुलिस ने उसके दोस्त संतोष कुमार सोनी को हिरासत में लिया और पुलिस के समक्ष अपना गुनाह बयां कर दिया. सिटी एसपी पश्चिमी राजेश कुमार ने मनीष हत्याकांड का खुलासा किया है.
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मनीष मर्डर मामले में खुलासा: राजधानी पटना के शाहपुर के हथियाकांध बंधु टोला निवासी और जमीन कारोबारी मनीष की हत्या आठ लाख रूपये के खातिर दोस्त ने अपने चार सहयोगियों के साथ मिलकर गला दबा दिया जिससे उसकी मौत हो गई. जिसके बाद रेलवे र्क्वाटर के आंगन में गड्ढे गोदकर शव को दफनाकर उपर से प्लास्टर कर दिया. जिसके बाद पुलिस ने मनीष हत्याकांड का खुलासा करते हुए मुख्य आरोपी और उसके सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो और आरोपी फरार है. मामले में मृतक युवक की बाइक बरामद नहीं हुई है.
सिटी एसपी पश्चिम राजेश कुमार और एएसपी अभिनव धीमान (ASP Abhinav Dhiman) ने पत्रकारों को बताया कि "हथियाकांध बंधु टोला निवासी मनीष कुमार की मां कुंती देवी ने बीते 6 सिंतबर को स्थानीय थाना में लिखित शिकायत की थी कि बीते 3 सिंतबर को शाम में पुत्र मनीष अपनी बाइक से दवा लाने के लिए घर से निकला था और उसके बाद घर नहीं लौट सका". इस मामले पर सिटी एसपी ने बताया कि थानाध्यक्ष सफीर आलम के नेतृत्व में टीम गठित कर वैज्ञानिक अनुसंधान के तहत मृतक के दोस्त लक्ष्मीचक निवासी संतोष कुमार सोनी को जक्कनपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर और पूछताछ में जुटी है.
पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद आरोपी संतोष ने पुलिस के समक्ष बताया कि मनीष को झांसा में लेकर खगौल के नेऊरा कॉलोनी स्थित एक जर्जर रेलवे र्क्वाटर में ले गए और अपने दोस्त राजेश,विकास, जितेंद्र के सहयोग से मनीष को टीवी केबल तार से गले को दबाया और हत्या कर दिया. उसके बाद र्क्वाटर के आंगन में पांच फीट गड्डे खोदकर शव को दफना दिया.
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सिटी एसपी राजेश कुमार ने बताया कि 'मृतक ने किसान से दो कट्ठा जमीन एग्रीमेंट कराया, लेकिन संतोष अपने नाम का फर्जी एग्रीमेंट का कागज बना लिया और बिना अपने दोस्त मनीष को बताये ही किसी दूसरे व्यक्ति से आठ लाख रूपये लेकर एग्रीमेंट कर दिया. जिसके बाद मनीष को पता चला तब मुख्य आरोपी संतोष ने आठ लाख रूपये हड़पने के लिए हत्या की साजिश रच दिया'. आरोपी संतोष ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि मनीष को बुलाकर नेऊरा कॉलोनी के अंतर्गत रेलवे र्क्वाटर में ले गए और अपने दोस्तों को पैसे का लालच देकर मनीष को टीवी केबल तार से गला दबाकर हत्या करने का अंजाम दिया था.