पटना:बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित की जा रही शिक्षक भर्ती परीक्षा के दूसरे चरण की परीक्षा समाप्त हो गई है. 7 दिसंबर से शुरू हुए परीक्षा का शुक्रवार को छठा दिन रहा. परीक्षा के अंतिम दिन कक्षा 11वीं और 12वीं के लिए विभिन्न विषयों की परीक्षा आयोजित की गई.
'प्रश्न पत्र का लेवल बहुत अधिक कठिन था':प्रदेश के 184 केंद्रों पर यह परीक्षा आयोजित की गई, जहां 1.09 लाख अभ्यर्थी सम्मिलित हुए. परीक्षा देकर निकलते अभ्यर्थियों ने कहा कि प्रश्नपत्र का लेवल बहुत अधिक कठिन रहा और सवालों को हल करने में काफी समय लगा. पटना के पीएन एंगलो विद्यालय में बने परीक्षा केंद्र से परीक्षा देकर निकलते हुए पॉलिटिकल साइंस के तमाम अभ्यर्थियों ने कहा कि प्रश्न पत्र का लेवल बहुत अधिक कठिन रहा.
"कट ऑफ इस बार काफी कम जाएगा. प्रश्न पत्र का लेवल स्नातक स्तर से ऊपर का था."- शिक्षक अभ्यर्थी
"मेरा पॉलिटिकल साइंस का पेपर था लेकिन प्रश्न बहुत टफ था. परीक्षा निकालना मेरे लिए मुमकिन नहीं है."- रिंकू कुमारी, शिक्षक अभ्यर्थी
'थिंकर्स से सवालों की संख्या अधिक': कई अभ्यर्थियों ने बताया कि एनसीईआरटी और एससीईआरटी का कोई विशेष मतलब नहीं था. थिंकर्स से सवालों की संख्या अधिक थी. इसके अलावा कोई सवाल सीधा नहीं पूछा गया था बल्कि काफी घुमाकर सवाल पूछे गए थे. कई महिला अभ्यर्थियों ने बताया कि पीजीटी और टीजीटी के स्टैंडर्ड का प्रश्न पत्र पूछा गया. इसके लिए पर्याप्त समय मिलना चाहिए था.
"फॉर्म भरने की आखिरी तिथि 25 नवंबर थी और दिसंबर में परीक्षा भी संपन्न हो गया. तैयारी के लिए 2 महीना भी पूरा समय नहीं मिला. सभी पाठ्य पुस्तकों को लाइन बाई लाइन पढ़ने का मौका ही नहीं मिला."- शिक्षक अभ्यर्थी