पटना: देशभर के ट्रेड यूनियनों ने अपनी मांगों के लेकर बुधवार को भारत बंद का आह्वान किया है. जानकारी के मुताबिक 10 सेंट्रल ट्रेड यूनियन बड़े स्तर पर भारत बंद करेंगे. इन संगठनों ने अपनी 17 सूत्रों मांगों के लेकर केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ आवाज उठाई है. यह हड़ताल सरकार की नीतियों के खिलाफ है. बिहार और झारखंड के ट्रेड यूनियनों ने भी इस भारत बंद का समर्थन किया है. ट्रेड यूनियनों के भारत बंद में तकरीबन 25 करोड़ लोगों के शामिल होने की सूचना है.
अपडेट :
- जहानाबाद में विभिन्न संगठनों के लोगों ने सड़क पर उतर कर अरवल मोड़ के पास एनएच-83 और एनएच-110 को जामकर हंगामा किया
- बगहा में एनएच 727 गोरखपुर बेतिया मुख्य सड़क पर उतरे महागठबंधन नेता और कार्यकर्ता
- छपरा में केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ दवा विक्रेता के प्रतिनिधियों ने किया हड़ताल, कर्मचारी महासंघ गोप गुट ने छपरा कचहरी स्टेशन परिसर से निकाली रैली
- भोजपुर में जगह जगह हो रहा प्रदर्शन, गुस्साए लोगों ने निकाली रैली
- बेगूसराय में बंद के दौरान एनएच-31 और बस स्टैंड जाम
- मधुबनी में गुस्साए लोगों ने जयनगर सड़क मार्ग को कलुआही में जाम कर की नारेबाजी
- सीतामढ़ी में भी भारत बंद का खासा असर दिख रहा, सीतामढ़ी शिवहर मार्ग पर यातायात बाधित
- गया में बैंकों के कार्यालय के समक्ष जमकर की नारेबाजी
बक्सर में भारत बंद का असर
बक्सर में भी भारत सरकार की नीतियों के खिलाफ एंप्लाइज एसोसिएशन के कर्मचारियों ने सड़क पर उतरकर सरकार के नीतियों का विरोध किया. केन्द्र सरकार बैकों का मर्जर और निजीकरण कर रही हैं. जिसके चलते बैंक एंप्लाइज एसोसिएशन के कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
पटना में कारगिल चौक पर हंगामा
मजदूर यूनियन अपनी 12 सूत्री मांगों को लेकर आज राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर हैं. राजधानी के कारगिल चौक पर यूनियन ने बंद को सफल बनाने के लिए प्रदर्शन किया. मजदूरों का दल कारगिल चौक से निकलकर रिजर्व बैंक के मुख्य द्वार पर पहुंचा. जहां उन्होंने इकट्ठा होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. मजदूर यूनियन के लोगों ने कहा कि केंद्र सरकार कहीं न कहीं श्रमिक कानून की अनदेखी कर रही है. इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल में बिहार के वैसे कर्मचारी भी शामिल हैं, जो ठेके या संविदा पर काम कर रहे हैं.