पटनाः दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन का समर्थन पूरे देश के किसान संगठनों और राजनीतिक दल कर रहे हैं. आंदोलन को तेज करने के लिए गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर किसानों ने ट्रैक्टर मार्च का कॉल किया है. देश के विभिन्न राज्यों के किसान संगठनों और राजनीतिक दलों ने इसका समर्थन किया है. ट्रैक्टर मार्च निकालने की बात भी कही है.
पटना जिला प्रशासन से नहीं मिली अनुमति
अखिल भारतीय किसान महासभा के सचिव उमेश सिंह ने कहा कि भाकपा माले ट्रैक्टर मार्च का पूरा समर्थन कर रही है. बिहार के सभी जिलों में भी ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा. वहीं पटना में मार्च निकाले जाने पर बताया कि पटना में जिला प्रशासन की तरफ से अनुमति नहीं मिलने के कारण पटना में ट्रैक्टर मार्च नहीं निकाला जाएगा. सरकार प्रदर्शन तक में रोक लगाती है. ट्रैक्टर मार्च निकाला गया तो सरकार त्राहिमाम मचा देगी. लेकिन यह आंदोलन अब रुकने वाला नहीं है.
कानून रद्द करने की होगी मांग
"बिहार के हर जिला मुख्यालय में ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा और कृषि विरोधी तीनों काले कानून को रद्द करने की मांग की जाएगी. सीपीआईएम और सीपीआई ने भी ट्रैक्टर मार्च को समर्थन देने की बात कही है. यह भी बताया कि हर जिला में ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा. किसानों के हर आंदोलन और उनके हर एक कार्यक्रम में हमारे सभी कार्यकर्ता शामिल होंगे. "-उमेश सिंह, सचिव, अखिल भारतीय किसान महासभा
उमेश सिंह, सचिव, अखिल भारतीय किसान महासभा कांग्रेस का भी समर्थन
कांग्रेस ने भी 26 जनवरी के ट्रैक्टर मार्च पर समर्थन देने की बात कही है. कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने बताया कि कांग्रेस पार्टी शुरू से ही किसानों के साथ है. किसान आंदोलन को तेज करने और उसके समर्थन के लिए जो भी निर्णय लिए जाएंगे, उसका कांग्रेस समर्थन करती है. ट्रैक्टर मार्च पर उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो कांग्रेस के कार्यकर्ता भी ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे, लेकिन किसानों के कहने पर.
कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर राजद ने नहीं किया स्पष्ट
राजद की तरफ से फिलहाल कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया है, पटना में ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा या नहीं. लेकिन राजद ने भी अपना स्टैंड पहले ही क्लियर कर दिया है कि किसानों के आंदोलन को समर्थन के लिए जो भी कार्यक्रम होंगे. उसमें ही राजद पूरा समर्थन देगी.