पटना: पर्यावरण संरक्षण के साथ भारतीय संस्कृति और स्वदेशी सामानों की बिक्री के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए पटना जंक्शन पर पिछले 15 दिनों से चल रहे पर्यटन पर्व पखवाड़े का समापन हुआ. समापन समारोह के मौके पर डिवीजन के डीआरएम रंजन ठाकुर और उनकी पत्नी मौजूद थे.
मिट्टी का बर्तन बनाते डीआरएम ' मिट्टी के बर्तनों का उपयोग करें'
इस अवसर पर डीआरएम रंजन ठाकुर ने बताया कि रेलवे स्टेशनों पर प्लास्टिक पूरी तरह वैन है. ऐसे में हमें ज्यादा से ज्यादा मिट्टी के बर्तन का उपयोग करना चाहिए. इससे हमारे संस्कृति और विरासत के साथ लोगों को रोजगार भी मिलेगा. उन्होंने बताया कि मिट्टी के बर्तन को उपयोग के बाद नष्ट करना आसान होता है. उन्होंने दीपावली में मिट्टी के दीया का उपयोग करने के लिए लोगों से अपील की.
टना जंक्शन पर चल रहे पर्यटन पर्व का समापन डीआरएम ने अपने हाथों से बनाया मिट्टी के बर्तन
मौके पर डीआरएम ने कहा कि इस तरह के आयोजन के से हम लोगों के बीच जागृति फैलाना चाहते हैं. हमारे देश की सभ्यता और परंपरा को इस पर्यटन पर्व के माध्यम से बढ़ावा दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि रेलवे स्टेशन पर काफी संख्या में यात्री रोजाना पहुंचते है. ऐसे में लोग यहां पर चीजों को जान सकते हैं. मौके पर डीआरएम ने लोगों को सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग ना करने का संदेश देते हुए चाक पर मिट्टी का एक बर्तन भी बनाया.
15 दिनों तक चला पर्यटन पर्व
पर्यटन पर्व की शुरूआत महात्मा गांधी की 150वीं वर्षगांठ पर भारतीय रेल के सहयोग से सृजनी संस्था ने आयोजित किया था. इस पर्व में पटना जंक्शन के एसी वेटिंग हॉल के पास कुम्हार को जगह दी गई थी. इसमें दीये से लेकर मिट्टी के अन्य बर्तन बनाकर बिक्री के साथ लोगों को जागरूक किया जा रहा था. कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी ने चाक पर मिट्टी का दीये बनाकर किया था.