1.PK के दावे पर बोले CM नीतीश- 'एक समय था जब मैं उनका सम्मान करता था'
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा था कि नीतीश कुमार फिर पलटी मारेंगे. pk के इस बयान को लेकर सियासत चरम पर है. इस बीच, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उनके बारे में कुछ मत पूछिए, एक समय था जब मैं उनका सम्मान करता था. आगे पढ़ें पूरी खबर...
2. विवाद बढ़ा तो विधायक ललन पासवान बोले- 'मैं सनातनी हूं, देवी-देवताओं में मेरी गहरी आस्था'
बिहार के भागलपुर के पीरपैंती के बीजेपी विधायक ललन पासवान के विवादित बयान पर सियासी हंगामा मच गया. बीजेपी विधायक ने खहा था कि क्या मुस्लिम लक्ष्मी नहीं पूजते तो क्या धनवान नहीं है. दूसरी तरफ उन्होंने मां का मृत्यु भोज कराने से इनकार किया था लेकिन एक तस्वीर वायरल हुई, जिसमें घर पर श्राद्ध कर्म के दिन भोज का आयोजन किया गया. अब श्राद्ध भोज के विरोध में प्रण लेकर खुद ललन पासवान घिर गए है. हालांकि उन्होंने इसे विरोधियों की साजिश बताया है. पढ़ें पूरी खबर
3. 'बेचारे DGP.. दो महीने में रिटायर होने वाले हैं..', फर्जी फोन कॉल मामला: नीतीश ने DGP को दी क्लीनचिट
फेक कॉल मामले को लेकर बिहार के डीजीपी सुर्खियों में रहे थे. लेकिन सीएम नीतीश कुमार ने उन्हें क्लीन चिट दे (Nitish Clean chit to DGP On Fake Call case) दी है. नीतीश कुमार ने कहा कि बेचारे डीजीपी रिटायर होने वाले हैं, उनको गलती का अहसास हो गया है. पढ़ें पूरी खबर
4. बाल-बाल बची सप्तक्रांति एक्सप्रेस : पटरियों पर पोल छोड़ भागे मजदूर, ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोकी
मोतिहारी में सुपरफास्ट सप्तक्रांति ट्रेन ड्राइवर के सुझबूझ के कारण दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई. हालांकि कुछ देर के लिए ट्रेन में अफरा-तफरी मच गई लेकिन किसी भी यात्री को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
5. कहानी उस मुख्यमंत्री की, जो नहीं मांगते थे वोट.. उनके दौर में बिहार रहा सबसे उन्नत राज्य
बिहार केसरी डॉ. श्रीकृष्ण सिंह की आज जयंती (Shri krishna singh jayanti) है. बिहार के पहले सीएम को पूरे राज्य में बेहद सम्मान मिलता है. इसकी वजह यह है कि वे एक राजनेता के तौर पर लोकतांत्रिक मूल्यों को बखूबी पालन किया करते थे. श्री कृष्ण सिंह ने आधुनिक बिहार की नीव रखी थी. वो 1946 से 1961 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे.