1. बिहार में फिर हुई पुल की चोरी, बांका के कांवरिया ब्रिज का 70% हिस्सा गैस कटर से काटकर ले गए चोर
बिहार के रोहतास जिले में कुछ दिन पहले पुल चोरी की एक घटना ने सबको चौंका दिया था. इस घटना के बाद तो बिहार में जैसे पुल चोरी का सिलसिला ही शुरू हो गया. रोहतास के बाद जहानाबाद और अब बांका से ऐसी ही घटना सामने आई है. जहां चोरों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि वो सरकारी संपत्ति पर ही हाथ साफ कर रहे हैं. बांका में भी 2004 में बना लोहे का पुल चोरी (kanwariya Bridge Theft In Banka) कर लिया गया. यहां भी चोर लोहे के पुल को टुकड़े-टुकड़े कर चोरी कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन को इसकी खबर तक नहीं है.
2. छपरा में युवक की गोली मारकर हत्या, भीड़ ने हमलावर को उतारा मौत के घाट
छपरा में अपराधियों ने एक युवक को गोली मारकर (youth shot dead In chapra) मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद गुस्साई भीड़ ने भी हमलावरों की जमकर पिटाई की.
3. गया सेंट्रल जेल का अनोखा नजारा: खूंखार कैदियों का इस तरह किया जा रहा हृदय परिवर्तन
बिहार के गया में खूंखार कैदियों पर नया प्रयोग किया जा रहा है. जेल प्रशासन कैदियों में सकारात्मक विचारों की उत्पत्ति के लिए कई खास कदम उठा रहा है. गया सेंट्रल जेल बिहार का पहला ऐसा जेल बन गया है जहां कैदियों में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं . पढ़ें पूरी खबर
4. गया में कैदियों को बाहर से 'मोबाइल की डिलिवरी', जेल परिसर में फेंके गए 4 सेल फोन
गया सेंट्रल जेल (Gaya Central Jail) की बाउंड्री के ऊपरी खुले भाग से बाइकसवार युवक ने एक पैकेट फेंका और तेजी से भाग गया. जेल में पैकेट मिलने की खबर से अफरा-तफरी मच गई. पढ़ें पूरी खबर...
5. Bihar Weather Update: 30 से 40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से बहेंगी हवाएं, मेघ गर्जन और बारिश की भी चेतावनी
बिहार में मौसम का मिजाज अचानक से बदल गया है. उत्तर बिहार के कई हिस्सों में 30 अप्रैल से 2 मई तक आंधी और बारिश हुई है. वहीं एक बार फिर बिहार के कई हिस्से में बारिश की संभावना व्यक्त की गई है. बरिश होने से बिहार के अधिकतम तापमान में कमी आई है. पढ़ें पूरी खबर..
6. ...तो क्या 2024 लोकसभा चुनाव से पहले दावत-ए-इफ्तार के जरिए लिखी जा रही है गठबंधन की पटकथा!
बिहार में मकर संक्रांति भोज और दावत-ए- इफ्तार सियासत की दिशा और दशा तय करती है. लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में सियासी इफ्तार का आयोजन हुआ. दावत-ए- इफ्तार के दौरान सियासत के अलग-अलग रंग देखने को मिले. नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) बीजेपी पर दबाव बनाने में कामयाब रहे तो चिराग-मुकेश ने भी हलचलें तेज कर दी हैं. पढ़िए पूरी खबर..