पटना: पटना जंक्शन आरपीएफ पोस्ट के द्वारा रेलवे टिकट का अवैध कारोबार करने वालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है. इसी कड़ी में पटना जंक्शन आरपीएफ पोस्ट प्रभारी सुशील कुमार के नेतृत्व में अवैध टिकट कारोबारी की गिरफ्तारी को लेकर विशेष अभियान चलाया गया. जिसका नतीजा यह रहा कि कंकड़बाग के अशोकनगर से राय टूर एंड ट्रेवल्स की दुकान से 11 पर्सनल यूजर आईडी से 189 रेलवे ई-टिकट के साथ एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है. रेलवे ई-टिकट का मूल्य 3,22,779 रुपया बताया जा रहा है.
पढ़ें-Buxar News: पुस्तक दुकान की आड़ में करता था रेलवे टिकट का कारोबार, RPF ने किया गिरफ्तार
अधिक पैसा लेकर बना रहा था अवैध टिकट: टिकट दलाल ने अपना नाम प्रिंस कुमार बताया है. प्रिंस कुमार मूल रूप से पटना का रहने वाला है. गर्मी की छुट्टी को लेकर ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ भाड़ को देखते हुए यात्रियों से अधिक पैसा लेकर अवैध टिकट बना कर उन्हें मुहैया करा रहा था. पटना जंक्शन में आरपीएफ पोस्ट प्रभारी सुशील कुमार ने बताया कि इन दिनों रेल यात्रियों की भीड़ काफी बढ़ी हुई है. रेल यात्रियों की भीड़ को देखते हुए अवैध टिकट के कारोबार करने वाले सक्रिय हो गए हैं. इस को ध्यान में रखते हुए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान का नतीजा है कि कंकड़बाग अशोक नगर से राय टूर एंड ट्रेवल्स में छापेमारी कर प्रिंस कुमार को गिरफ्तार किया गया है.
"इन दिनों रेल यात्रियों की भीड़ काफी बढ़ी हुई है. रेल यात्रियों की भीड़ को देखते हुए अवैध टिकट के कारोबार करने वाले सक्रिय हो गए हैं. इस को ध्यान में रखते हुए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान का नतीजा है कि कंकड़बाग अशोक नगर से राय टूर एंड ट्रेवल्स में छापेमारी कर प्रिंस कुमार को गिरफ्तार किया गया है."-सुशील कुमार, आरपीएफ पोस्ट प्रभारी
एसी टिकट के लेता था 1000 रुपये: प्रिंस कुमार रेल यात्रियों से मनमाने ढंग से पैसा वसूलता था. स्लीपर क्लास के लिए 500 रुपये से अधिक रेल यात्रियों से लेता था. एसी के लिए हजार रुपये तक अधिक पैसे लेकर टिकट मुहैया कराता था. आरपीएफ पोस्ट प्रभारी ने बताया कि यह अभियान लगातार जारी रहेगा. जिससे कि रेल यात्रियों को यात्रा के दौरान परेशानी ना हो. इस विशेष छापेमारी अभियान में पटना जंक्शन आरपीएफ पोस्ट के एसआई मनीष कुमार, ईला राय, विपिन चतुर्वेदी, राजीव कुमार के सहयोग से टिकट दलाल प्रिंस कुमार को गिरफ्तार किया गया है. अभियुक्त को रेल अधिनियम की धारा 143 का मामला पंजीकृत कर आगे की कार्रवाई के लिए रेलवे कोर्ट को अग्रसारित कर दिया गया है.