मुजफ्फरपुर :सांसद बीना देवी (Vaishali MP Veena Devi) और सांसद चंदन सिंह ने महागठबंधन के साथ जुड़ने के कयासों को बेबुनियाद बताया है. उन्होंने कहा कि यह अफवाह उड़ाई गई है. इस तरह की कोई भी बात नहीं है. इस मामले पर राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस ने कहा कि हमारी पार्टी एक है. एक परिवार है, एक सिद्धांत है, एक देश है. वहीं पार्टी के बिहार अध्यक्ष प्रिंस राज ने कहा कि जिस तरह से पूरा देश एक है, पार्टी भी एक है, इंटैक्ट है. ये सब फालतु का प्रोपेगेंडा फैलाया जा रहा है. उधर जिस सूरजभान सिंह पर पार्टी को तोड़ने का आरोप लगाया जा रहा था उन्होंने कहा कि आजतक हमने दूसरी पार्टी को नहीं जाना. बिछड़े लोगों को भी हम न्यौता देते रहते हैं.
ये भी पढ़ें - बिहार को आतंकियों का सेफ जोन बनाना चाहते हैं नीतीश, राह में रोड़ा थी BJP.. संजय जायसवाल का बयान
क्या टूटने वाली है पशुपति पारस की पार्टी? :बताते चलें कि सोशल मीडिया के माध्यम से राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (पशुपति पारस गुट) के तीन सांसदों के महागठबंधन में शामिल होने के कयास की चर्चा थी. जिसको वैशाली सांसद बीना सिंह ने सिरे से खारिज किया है. सोशल मीडिय पर खबर आ रही थी कि वैशाली से सांसद बीना देवी, नवादा से सांसद चंदन सिंह जेडीयू में शामिल हो सकते हैं. वहीं खगड़िया के सांसद महबूब अली कैसर आरजेडी के दामन थाम सकते हैं. यहां यह बताना भी जरूरी है कि केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस (Union Minister Pashupati Paras) ने ऐलान किया था कि वो एनडीए के साथ रहेंगे.
''हम एनडीए के हैं और एनडीए में रहेंगे, हम कहीं नहीं जा रहे हैं. जो भी न्यूज चल रहा है, सब अपनी मनगढंत कहानी बना रहे हैं. चंदन जी और केसर जी से भी बात हुई है. वे दोनों पटना में हैं और मैं मुजफ्फरपुर अपने आवास पर हूं. जेडीयू की तरफ से कोई संपर्क नहीं किया गया है. अभी हम कहीं नहीं जाने वाले हैं. हम जहां हैं वहां रहेंगे. अभी बिहार में कोई चुनाव नहीं है, ना ही विधानसभा का और ना ही लोकसभा का. पानी में मछली और 9-9 कुटिया बखरा करने की क्या आवश्यक्ता है. हम जहां हैं खुश हैं, केन्द्र की सरकार में हम शामिल हैं. हमलोग एनडीए के साथ हैं.''- बीना देवी, सांसद
''पशुपति पारस के नेतृत्व में पांचों सांसद एकजुट हैं. हमारे बड़े भाई सुरजभान सिंह का नाम सामने आ रहा है कि टूट में उनकी भूमिका है. यह बिल्कुल निराधार है. बीना सिंह, महबूब अली कैसर और मैं खुद चंदन सिंह पार्टी के सांसद हैं और आगे भी बने रहेंगे. किसी प्रकार की कोई टूट नहीं हुई है. जो भी इस बात को भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहा है वह बिल्कुल गलत है.''- चंदन सिंह, सांसद, राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी
एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं नेता :बता दें कि हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनडीए से नाता तोड़कर महागठबंधन की बिहार में सरकार बनाए हैं. तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. जेडीयू और बीजेपी के नेता एक दूसरे पर हमलावर हैं. वहीं तेजस्वी यादव ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
5 सांसद पारस गुट में शामिल :बता दें कि लोजपा ने 2019 लोकसभा में छह सीटें जीती थीं. जिसमें रामविलास पासवान के निधन के बाद टूट हुई थी. चिराग पासवान को छोड़कर सभी पांच सांसद पारस गुट में शामिल हो गए थे. पशपुति पारस के अलावा इसमें वैशाली (बीना देवी), समस्तीपुर (प्रिंस राज), खगड़िया (चौधरी महबूब अली कैसर), नवादा (चंदन कुमार) शामिल हैं.