पटना एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार. पटनाःबिहार के छपरा शराबकांड (Bihar Hooch Tragedy) में पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. शराब बनाने, बेचने और तस्करी के खिलाफ पुलिस छापेमारी कर रही है. इसी अंतराल में पुलिस ने छपरा शराबकांड में तीन मुख्य आरोपी को गिरफ्तार (Three main accused arrested in Chhapra liquor case) किया है, जिससे पूछताछ की जा रही है. इसकी जानकारी पटना एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने दी. कहा कि पुलिस ने अब तक तीन मुख्य आरोपी सहित कुल 14 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. मामले में कई रासायनिक पदार्थ और होम्योपैथिक दवा बरामद की गई है.
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होम्योपैथिक की दवा बरामदःमुख्यालय एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि सारण पुलिस लगातार कार्रवाई की जा रही है. इस मामले में दो थानों में मामला दर्ज है, जिसमें मसरख व इसुआपुर में मामला दर्ज किया गया है. अब जो खुलासे हुए हैं उसमें मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. परिवहनकर्ता और किस गाड़ियों से जहरीली शराब की सप्लाई की गई थी इसका भी पता चल गया है. इसुआपुर थाना क्षेत्र से कई तरह की रासायनिक पदार्थ और होम्योपैथिक की दवा बरामद की गई है.
रासायनिक पदार्थ से बनाई गई है शराबः शराबकांड की जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि रासायनिक पदार्थ से जहरीली शराब बनाई जाती थी. इसी मामले में कार्रवाई करते हुए 24 दिसंबर को मुख्य तीन आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. तीन आरोपी में अर्जुन सिंह, राजेश सिंह और शैलेंद्र राय शामिल है. जिससे पूछताछ की जा रही है. इस मामले में अब तक 14 आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है. साथ ही जो रासायनिक पदार्थ मिला है उसको भी जांच के लिए भेजा गया है. अभी दो और आरोपी की गिरफ्तारी बची है जिसके लिए छापेमारी की जा रही है.
"शराबकांड मामले में उद्भेन कर लिया गया है. इस मामले में 24 दिसंबर को तीन मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अब तक कुल 14 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है. वहीं दो अभी भी फरार है, जिसके विरुद्ध छापेमारी की जा रही है."- जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, पटना
छपरा जहरीली शराब कांड: छपरा में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या 73 है. सारण के मशरक, मढ़ौरा, इसुआपुर और अमनौर प्रखंड में ही ये मौतें हुईं हैं. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तस्करी करने वाले 150 से ज्यादा धंधेबाजों को गिरफ्तार किया है. ऐसी आशंका जताई जा रही है मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. क्योंकि कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. छपरा सदर अस्पताल, पीएमसीएच और एनएमसीएच में मरीजों का इलाज चल रहा है. मामले में मनवाधिकार की टीम भी लगातार जांच कर रही है