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कचरे के ढेर पर नजर आएगा शहर! अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए हजारों दैनिक सफाई कर्मी - सफाईकर्मियों की हड़ताल

पटना नगर निगम के हजारों चतुर्थवर्गीय कर्मचारी और दैनिक मजदूर मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे. संयुक्त कर्मचारी समन्वय समिति के अध्यक्ष ने कहा कि 12 सूत्री मांगों को जब तक माना नहीं जाएगा, तब तक हड़ताल जारी रहेगा.

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Published : Sep 6, 2021, 10:53 PM IST

पटना:पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) के कर्मचारी मंगलवार से अपनी 12 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल (indefinite strike) पर जा रहे हैं. हड़ताल पर जाने से पूर्व सोमवार को मौर्या लोक स्थित नगर निगम कार्यालय में पटना नगर निगम संयुक्त कर्मचारी समन्वय समिति के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह ने आम सभा का आयोजन किया. इस दौरान उन्होंने मजदूरों से हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया.

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आयोजन में नगर निगम के हजारों चतुर्थवर्गीय कर्मचारी और दैनिक मजदूर शामिल हुए. सभा के बाद नगर निगम के दैनिक मजदूरों के संग चंद्र प्रकाश सिंह पटना नगर निगम से होते हुए डाक बंगला के रास्ते बुद्धा स्मृति पार्क पहुंचे. सभी दैनिक मजदूरों ने हड़ताल को सफल बनाने का संकल्प लिया.

देखें रिपोर्ट

'मंगलवार 7 सितंबर से प्रदेश के सभी दैनिक मजदूर, सफाई कर्मी और संविदा पर काम करने वाले चतुर्थवर्गीय कर्मी अपनी 12 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं. दैनिक मजदूरों और संविदा पर काम करने वाले कर्मियों की कुछ प्रमुख मांगें हैं. वह यह हैं कि उन्हें रोजगार की गारंटी दी जाए और उनके मानदेय में बढ़ोतरी की जाए, जो सातवां वेतन आयोग का न्यूनतम वेतन है, उसका लाभ दिया जाए. सरकार ने सफाई मजदूर के पद को समाप्त कर दैनिक मजदूर की श्रेणी में रख दिया है. ऐसे में संविधान से जो रोजगार की गारंटी का अधिकार प्राप्त है, वह खो गया है. एक तरफ सरकार आरक्षण देने की बात करती है, मगर सरकार नौकरी नहीं दे रही है. ऐसे में आरक्षण का मतलब भी नहीं बनता है. यह सिर्फ आरक्षण शब्द एक जुमलेबाजी भर सीमित रहा गया है.'-चंद्र प्रकाश सिंह, अध्यक्ष, संयुक्त कर्मचारी समन्वय समिति, पीएमसी

चंद्र प्रकाश सिंह ने कहा कि प्रदेश में सरकार का रवैया मजदूर विरोधी है. ऐसे में मजदूर एकत्रित होकर अपने हक की आवाज उठा रहे हैं. इस बार यह अनिश्चितकालीन हड़ताल तब तक नहीं खत्म होगा, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती हैं. आश्वासन से काम नहीं चलने वाला है.

उन्होंने कहा कि इस पर विरोध का रुख पहले जैसा नहीं होगा कि सड़क पर कचरा फेंक दिया जाए और जहां-तहां मरे हुए जानवर फेंक दिए जाएं. बल्कि इस बार विरोध स्वरूप मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद और नगर विकास विभाग के सचिव आनंद किशोर के तस्वीर पर फूल माला डालकर आरती की जाएगी.

इन तस्वीरों की पूजा अर्चना कर सरकार से मांग की जाएगी कि मजदूरों की हक की बातों को सुनें और उसे पूरा करें. उन्होंने बताया कि मंगलवार से पीएमसी के 6000 से अधिक दैनिक सफाई कर्मी और आउटसोर्सिंग से जुड़े चतुर्थवर्गीय कर्मी के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से नगर निगम का कार्य बुरी तरह प्रभावित होगा. इसके लिए नगर निगम का रवैया और सरकार का रवैया ही जिम्मेवार है.

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