पटनाःपालीगंज अनुमंडल मुख्यालय बाजार के बिहटा मोड़ पर रेलवे संघर्ष समिति के दो सदस्य संयोजक चन्दन वर्मा और समिति सदस्य विक्की चौहान 3 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हैं. ये दोनों बिहटा से औरंगाबाद प्रस्तावित रेलवे लाइन का काम नहीं होने की वजह से केंद्र और बिहार सरकार के खिलाफ भूख हड़ताल कर रहे हैं.
डॉक्टर ने चढ़ाया अनशनकारी को सलाइन
अनशन कर रहे विक्की चौहान की तबीयत बिगड़ गई. उनकी देखभाल में लगे डॉक्टर मनोज कुमार ने तत्काल सलाइन चढ़ा कर तबीयत को बिगड़ने से रोकने के कोशिश की. डॉक्टर ने बताया की दोनों की तबीयत अब बिगड़ने लगी है. यह चिंता का विषय है.
सांसद को बुलाने की जिद पर अड़े अनशनकारी
वहीं, दोनों अनशनकारी चन्दन वर्मा और विक्की चौहान रेलवे अधिकारी सहित सांसद को बुलाने की जिद पर अड़े हैं. मीडियाकर्मी ने जब उनसे सवाल पूछा की आप दोनों की तबीयत बिगड़ रही है तो उन्होंने जवाब दिया कि जान जाने की चिंता नहीं है. जब तक रेलवे लाइन निर्माण कार्य शुरू करने का आश्वासन नहीं मिल जाता तब तक आमरण अनशन पर बैठा रहूंगा.
रेलवे संघर्ष समिति के सदस्य 'ठगा जा रहा है भोले भाले मतदाताओं को'
समिति के सदस्यों का कहना है कि 12 साल पहले जब केंद्र में यूपीए की सरकार थी, उस सरकार में रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव थे. तत्कालीन रेलमंत्री ने बिहटा औरंगाबाद रेल लाइन निर्माण को लेकर पालीगंज खेल मैदान पर शिलान्यास किया था. तब से लेकर आज तक हर चुनाव में रेलवे लाइन के नाम पर भोले भाले मतदाताओं को ठगा जा रहा है. इससे पहले भी रेलवे संघर्ष समिति ने बिहटा में रेलवे का चका जाम करने सहित दिल्ली के जंतरमंतर पर केंद्र सरकार क विरोध में प्रदर्शन किया था. उसके बाद केंद्र सरकार ने रेलवे लाइन बिछाने के लिए 25 करोड़ रुपये भी रेलवे बजट में पास किया, जबकि लाइन बिछाने का स्टीमेट खर्च 3500 करोड़ रुपये है.
आमरण अनशन पर समिति के सदस्य और बयान देते एसडीओ रेलवे के आला अधिकारियों को दी गई सूचना
पालीगंज एसडीओ सुरेंद्र कुमार ने बताया की अनशन की जानकारी मिली है. अनशनकारी के स्वास्थ्य परीक्षण करने के लिए डॉक्टर की मेडिकल टीम को 24 घंटे अनशनस्थल पर लगा दिया गया है. उन्होंने बताया की पालीगंज बीडीओ चिरंजीवी पांडे को मजिस्ट्रेट बनाकर स्थिति पर नजर रखने के लिए 24 घंटे लगवाया गया है. आमरण अनशन करने की सूचना रेलवे के आला अधिकारियों सहित प्रशासनिक अधिकारी को भी दे दी गई है.