पटना: बिहार विधानसभा चुनावों में पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद अब राज्य में एक बार फिर से एनडीए गठबंधन वाली सरकार बनने जा रही है. बिहार के लिए आज ऐतिहासिक दिन है. आज नीतीश कुमार एक फिर बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.
राजभवन में सोमवार को 4:30 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा. जिसमें बीजेपी के तार किशोर प्रसाद और रेणु देवी उपमुख्यमंत्री की शपथ लेंगे. शपथ ग्रहण समारोह में कुछ मंत्रियों को भी आज शपथ दिलायी जाएगी. जानकारी के अनुसार मंत्रिमंडल का विस्तार बाद में किया जाएगा.
विजय चौधरी मंत्रिपद की शपथ लेंगे
इस बीच, खबर है कि निवर्तमान विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी नीतीश सरकार में मंत्री बनने जा रहे हैं. सूत्रों से मिल रही खबरों के मुताबिक विजय कुमार चौधरी नीतीश मंत्रिमंडल में शपथ लेंगे. वहीं विधानसभा अध्यक्ष का पद अब बीजेपी के खाते में चला गया है. हालांकि इस पद पर किसकी ताजपोशी होगी ये फिलहाल साफ नहीं है.
ये नेता बन सकते हैं मंत्री
सूत्रों की मानें तो तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी के अलावे जीतन राम मांझी के पुत्र संतोष सुमन, वीआईपी के मुकेश सहनी जेडीयू की तरफ से विजेंद्र यादव, श्रवण कुमार, नरेंद्र नारायण यादव, महेश्वर हजारी और बीजेपी की ओर से प्रेम कुमार, मंगल पांडे और नंदकिशोर यादव भी शपथ ले सकते हैं. पिछली बार की तुलना में इस चुनाव में भाजपा जहां अधिक सीटें जीती हैं, वहीं जदयू की सीटों में गिरावट आई है. इस कारण यह तय माना जा रह है कि मंत्रिमंडल में इस बार भाजपा का दबदबा रहेगा.
इस बार बीजेपी ने 74 सीटें जीती हैं. पिछली बार की तुलना में इस बार भाजपा के 21 अधिक विधायक जीतकर आए हैं. वहीं, जदयू के विजयी उम्मीदवारों की संख्या पिछली बार की 71 से घटकर 43 रह गई है. विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के चार-चार विधायक जीतकर आए हैं.
जदयू और भाजपा कोटे से कितने मंत्री बनेंगे?
वैसे सूत्रों के मुताबिक, सरकार में शामिल होने के लिए राजग में फिलहाल कोई फार्मूला तय नहीं हुआ है, लेकिन कहा जा रहा है कि युवा चेहरे इस मंत्रिमंडल में देखने को मिलेंगे. यह भी अब तक तय नहीं है कि जदयू और भाजपा कोटे से कितने मंत्री बनेंगे. वैसे वीआईपी और हम के खाते में एक-एक मंत्री पद जाना तय माना जा रहा है.
दिखेंगे कई युवा और नए चेहरे
नियम के मुताबिक बिहार के विधानसभा में सीटों की संख्या के मुताबिक अधिकतम 36 मंत्री बनाए जा सकते हैं. वैसे सूत्र यह भी बताते हैं कि मुख्यमंत्री के साथ सभी कोटे के मंत्रियों की संख्या नहीं भरी जाएगी. मंत्रिमंडल में युवा चेहरों को प्रथमिकता दी जाएगी और सामाजिक समीकरणों का भी ध्यान रखा जाएगा.
इधर, जेडीयू की बात करें तो आठ मंत्री चुनाव हार गए हैं, जिनके कारण जदयू कोटे को नए नामों पर विचार करना होगा. कहा जा रहा है कि जेडीयू कोटे से 12 मंत्री बनाए जा सकते हैं जबकि बीजेपी कोटे 18 से 20 मंत्री बन सकते हैं.
फिलहाल, मंत्रिमंडल को लेकर अभी तस्वीर पूरी तरह साफ नहीं है, लेकिन इतना मामना जा रहा है कि इस मंत्रिमंडल में कई नए और युवा चेहरे होंगे वहीं चंपारण और मिथिलांचल के चेहरे मंत्रिमंडल में ज्यादा दिखेंगे.