पटना: बिहार में आखिरकार लंबे इंतजार के बाद 90,762 पदों पर प्राथमिक और मध्य विद्यालय में शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया पूरी होने जा रही है. 5 जुलाई से काउंसिलिंग शुरू होगी. काउंसलिंग में इस बार कोई फर्जी अभ्यर्थी शामिल ना हो, इसके लिए विभाग ने फुलप्रूफ तैयारी की है. काउंसलिंग के पहले शिक्षा विभाग ने बिहार के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक बड़ी बैठक बुलाई है. जिसमें तमाम जिलों के डीएम शामिल होंगे.
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काउंसलिंग के जरिए शिक्षकों के भरे जाएंगे पद
बिहार में 74 नगर निकाय, 115 प्रखंड और 6,175 पंचायतों में जुलाई महीने में काउंसलिंग के जरिए शिक्षकों के पद भरे जाएंगे. जहां दिव्यांग अभ्यर्थियों ने नए सिरे से आवेदन नहीं किया है. 5 और 6 जुलाई को नगर निकाय में, 7 और 8 जुलाई को प्रखंडों में और 12 जुलाई को पंचायतों में काउंसलिंग होगी. जिसमें बड़ी संख्या में अभ्यर्थी शामिल होंगे. वर्ष 2006 से शुरू हुए शिक्षक नियोजन में 2015 तक जो नियोजन हुआ, उसमें भारी पैमाने पर गड़बड़ी हुई. फर्जी सर्टिफिकेट पर शिक्षकों का नियोजन हुआ. जिसकी जांच निगरानी टीम कर रही है.
क्या है तैयारी
पहले के अनुभवों से सीख लेते हुए इस बार शिक्षा विभाग ने फुलप्रूफ तैयारी की है ताकि फर्जी सर्टिफिकेट पर कोई अभ्यर्थी शिक्षक के रूप में काउंसलिंग ना करा सकें. इसी वजह से काउंसलिंग के बाद सर्टिफिकेट की जांच शिक्षा विभाग खुद कराएगा और उसके बाद ही अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र मिलेगा. नियोजन के दिन शाम 5 बजे जो अभ्यर्थी उपस्थित होंगे उन्हें अपना ओरिजिनल सर्टिफिकेट जमा करना होगा.