पटना: करोना महामारी का फायदा उठाकर चोर बंद घरों पर अपना हाथ आसानी से साफ कर रहे हैं. ऐसे में पुलिस की ओर से की जा रही गस्ती पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. राजधानी पटना के राजीव नगर रामनगरी समेत कई इलाकों में चोरी की घटना हुई है. कहीं ताला तोड़कर कहीं ताला काटकर लाखों की संपत्ति लेकर चोर फरार हो गए हैं. पुलिस के मुताबिक पकड़े गए चोरों से सच उगलवाने की पूरी कोशिश का जा रही है.
पटना: कोरोना काल के दौरान चोरी की घटनाओं में हुआ इजाफा
बिहार में लॉकडाउन की अवधि में चोरी की घटनाओं में इजाफा हुआ है. राजधानी पटना में लॉकडाउन के बीच कई बंद घरों को चोरों ने अपना निशाना बनाया है. वहीं, इस मामले में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.
चोरी की घटना में हुआ इजाफा
बिहार में इन दिनों लगातार चोरी की घटना में इजाफा दर्ज किया जा रहा है. राजधानी पटना समेत पूरे बिहार में लॉकडाउन के दौरान चोरी की घटना में बढ़ोतरी हुई है. पुलिस मुख्यालय के मुताबिक इस साल 2020 के मार्च महीने में पूरे बिहार में 2311 चोरी का मामला दर्ज हुआ है. वहीं, अप्रैल में1168 और मई में 1665 मामले दर्ज हुए हैं.वहीं, पुलिस विभाग के पास अप्रैल का आंकड़ा अभी मौजूद नहीं है. पुलिस की माने तो इन दिनों लॉकडाउन के दौरान मकान मालिक या किरदार अपना घर बंद कर गांव चले गए हैं. बंद घर को देखकर चोर अपना हाथ साफ कर रहे हैं.
कई घरों में हुई लाखों की चोरी
पुलिस की माने तो इन मामलों में एफआईआर दर्ज कर पुलिस छानबीन में जुटी है. अगर बात करें पिछले महीने में सिर्फ राजधानी पटना के बड़ी चोरी के मामले का तो 2 जुलाई को शास्त्री नगर के राजा बाजार में ठेकेदार के फ्लैट से सात लाख की चोरी हुई. 8 जुलाई को पटना सिटी के पतलीग्राम अपार्टमेंट में 4 फ्लैटों में लाखों की चोरी हुई. 15 जुलाई को राजीव नगर में सीआरपीएफ जवान के बंद मकान में 5 लाख और 16 जुलाई को गर्दनीबाग में लेखा अधिकारी अनिल कुमार के फ्लैट से डेढ़ लाख नगद और 5 लाख के जेवर चोरी हुई थी. शास्त्री नगर के जयप्रकाश नगर में मर्चेंट नेवी के कैप्टन राकेश कुमार के मकान में एक करोड़ की चोरी हुई थी और यह चोरी राजधानी पटना के अब तक की सबसे बड़ी वारदात मानी जा रही है.