पटनाःबिहार विधानमंडल (Bihar Legislature) के मानसून सत्र (Monsoon Session) का आज तीसरा दिन है. दिन की शुरुआत से ही विपक्षी दल के विधायक सदन के बाहर नारेबाजी करते रहे. प्रदर्शन के दौरान अपनी मांगों को दोहराते रहे. कोई बालू के मामले को उठाते रहे तो कोई कोरोना काल की नाकामयाबियां गिनाते रहे.
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जनता के बुनियादी सवालों को लेकर कांग्रेस और राजद विधायक प्रदर्शन करते रहे. कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने कहा कि जनता के बुनियादी सवालों पर हमलोग सरकार से आग्रह कर रहे हैं कि सवालों को हल करें. 23 मार्च के लिए सार्थक बहस होने चहिए. बालू मापियाओं पर कार्रवाई होनी चाहिए. किसी निर्णय को लेने के लिए छह महीने लग गए. वे आईवॉश कर रहे हैं.
सदन शुरू होने से पहले राजद विधायक प्रेम शंकर प्रसाद ने तो इतना भी कह दिया था कि हम सदन में भाग नहीं लेंगे. महागठबंधन ने अपना अध्यक्ष भी चुन लिया है. बाहर ही हम सदन बिठाएंगे. वहीं मुकेश रोशन ने महंगाई, जातीय जनगणना और 23 मार्च की घटना पर कार्रवाई का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा, सदन में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी आएंगे.
बता दें कि कार्यवाही शुरू होने से पहले राजद, कांग्रेस और वामपंथी दल के सदस्यों ने विधानसभा के बाहर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. तीनों दलों के विधायक और पार्षद पोस्टर लेकर काफी देर तक नारेबाजी करते रहे. राजद के सदस्य बेरोजगारी के मुद्दे पर, माले के कोरोना के मुद्दे पर और कांग्रेस के अवैध बालू खनन पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते रहे.
बाद में सदन शुरू होते ही सभी विपक्षी दल के नेता सदन में चले गए. वे कार्य मंत्रणा समिति की बैठक बुलाने की मांग कर रहे थे. सदन के अंदर एक बजे बिहार विधानसभा अध्यक्ष ने अपने कार्यालय में बैठक बुलाए जाने की घोषणा की.
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