पटना: बिहार की राजधानी पटना में गुरुवार को राजधानी के गर्दनीबाग स्थित धरनास्थल पर टीईटी शिक्षक संघने एक दिन का धरना दिया. एनआईओएस से प्रशिक्षित सभी शिक्षकों को प्रशिक्षण पूरा होने की तिथि यानी 31 मार्च 2019 से ही प्रशिक्षित वेतनमान का लाभ देने की मांग (TET teachers union demands trained pay scale) की है. धरने का नेतृत्व टीईटी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अमित विक्रम और उर्दू टीईटी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल बाकी अंसारी ने संयुक्त रूप से अगुवाई की.
ये भी पढ़ेंःTET पास शिक्षकों का एक दिवसीय धरना, ये हैं मुख्य मांगें
31 मार्च 2019 से पूर्व प्रशिक्षण पूरा करने वालों को भी नवनियुक्त बताया : धरना प्रदर्शन में शामिल सभी एनआईओएस से प्रशिक्षित शिक्षकों का कहना था कि हमने एनसीटीई और बिहार सरकार के गाइडलाइंस के अनुसार ही एनआईओएस से प्रशिक्षण प्राप्त किया और हमारी प्रशिक्षणचर्या तय समय सीमा 31 मार्च 2019 से पूर्व पूरी हो गई. हमारी परीक्षा का भी आयोजन हो गया था. परंतु पूरे देश में परीक्षा फल का प्रकाशन एक साथ 22 मई 2019 को किया गया.
सर्टिफिकेट में परीक्षाफल प्रकाशन तिथि अलग-अलगः अब शिक्षा विभाग के एक नए आदेश के अनुसार 31 मार्च 2019 के बाद जिनका भी परीक्षाफल आया है, उन्हें नवनियुक्त शिक्षक बताते हुए फिर से उनका वेतन निर्धारण करने की बात हो रही है. इससे उनको काफी नुकसान होगा.शिक्षकों का कहना है कि विभागीय पत्र से 65000 शिक्षकों को प्रति माह 10 से 12 हजार रुपये का नुकसान होगा. इसलिए सभी शिक्षकों ने एनआईओएस से प्रशिक्षित सभी शिक्षकों को प्रशिक्षण पूरा होने की तिथि यानी 31 मार्च 2019 से ही प्रशिक्षित वेतनमान का लाभ देने की मांग की.