पटना: बिहार विधानसभा बजटसत्र के पहले दिन जिस तरह के तेवर नेता प्रतिपक्ष ने दिखाएं हैं. उससे साफ हो जाता है कि आगे के दिनों में विपक्ष ने भ्रष्टाचार, किसानों की समस्याएं, बढ़ते अपराध समेत कई मुद्दों के जरिए सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर रखी है.
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बिहार विधानसभाबजट सत्र के दौरान राज्यपाल के अभिभाषण के बाद तेजस्वी यादव ने आंदोलन में किसानों की मौत को लेकर बोलने की कोशिश की. लेकिन अध्यक्ष ने सदन को सोमवार तक के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी. लिहाजा बाहर निकले तेजस्वी यादव ने राज्यपाल के अभिभाषण की बातों को झूठ बताया.
किसानों से सस्ते दाम पर धान की खरीदारी
तेजस्वी यादव ने कहा कि राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में कहा है कि राज्य के किसानों से न्यूतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी पर धान की खरीदारी की जा रही है लेकिन सच तो यह है कि लाखों किसानों से एमएसपी नहीं बल्कि कम दामों पर धान की खरीदारी की गई है. कई पैक्सों में किसानों से धान की खरीदारी नहीं की गई . लिहाजा किसानों ने मजबूरी में औने-पौने दामों पर धान की बिक्री की है.
'आंदोलन में 260 से ज्यादा किसान शहीद हुए'
देश के कई राज्यों में जारी किसान आंदोलन को लेकर तेजस्वीयादव ने सीएम नीतीश कुमार पर सियासी हमला बोला. उन्होंने कहा कि देशभर में 260 से ज्यादा किसानों की मौत हुई है. लिहाजा मैंने मांग किया था कि सदन में दो मिनट का मौन रखा जाए. लेकिन बातों पर ध्यान नहीं दिया गया. एनडीए सरकार की कार्यशैली से साबित होता है कि सरकार पूरी तरह से किसान विरोधी है.
पेपर लीक होने पर भी कार्रवाई नहीं
तेजस्वी यादव ने कहा कि मैट्रिकपरीक्षा के पहले दिन ही सोशल सांइस का पेपर लीक हो गया लेकिन राज्य के शिक्षा मंत्री को जानकारी तक नहीं है. जबकि विपक्ष के पास इसकी पूरी जानकारी है. उन्होंने कहा कि इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार किस तरह से काम कर रही है. तेजस्वी यादव ने कहा कि राज्य में ऐसी कोई परीक्षा नहीं हुई है, जिसका पेपर लीक नहीं हुआ हो.
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'भ्रष्ट अधिकारियों को दिया जाता है प्रमोशन'
उन्होंने कहा कि बात सिर्फ पेपर लीक तक नहीं है. कई मामलों में भ्रष्टाचार में डूबे अधिकारियों को प्रमोशन दिया गया है. उन्होंने कहा कि बढ़ते अपराध और भ्रष्टाचार पर ना तो मुख्यमंत्री कुछ बोलते हैं ना ही मंत्री. स्थिति यह है कि अधिकारियों के पास जवाब तक नहीं होता है. राज्य की लाखों नौजवान नौकरी के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं.