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SKMCH पहुंचे तेजस्वी ने CM नीतीश से मांगा इस्तीफा, कहा- सरकार को नहीं दिखता एक मां का दर्द - सीएजी रिपोर्ट

तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नागरिकों और मासूमों की जानों से खेलने का जुर्म स्वीकार करते हुए तुरंत इस्तीफा दें या स्वास्थ्य मंत्री को तुरंत बर्खास्त करें. स्वास्थ्य मंत्री ऐसे किसी जिम्मेदार व्यक्ति को बनाया जाए जो सजग, संवेदनशील व ज़िम्मेवार हो. न कि वो जो रोती बिलखती मांओं के करुण कुंदन के बीच मैच का स्कोर पूछे.

प्रतिक्रिया देते तेजस्वी यादव

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Published : Sep 21, 2019, 4:45 PM IST

Updated : Sep 21, 2019, 9:28 PM IST

मुजफ्फरपुर: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल का दौरा किया. उन्होंने यहां भर्ती बच्चों की तबीयत के बारे में जानकारी ली. एईएएस यानी चमकी बुखार से हुई बच्चों की मौत के परिजनों से बात की. साथ ही इस रोग से ग्रसित पीड़ित बच्चों के परिवार वालों से भी मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने बिहार सरकार पर जमकर निशाना साधा.

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि वर्तमान बिहार सरकार के अधीन स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है. नीतीश सरकार ने मान लिया है कि नागरिकों की जान की कोई कीमत ही नहीं है और स्वास्थ्य सेवाएं देना, बीमारों का यथाशीघ्र उपचार और बीमारियों की रोकथाम उसके जिम्मे है ही नहीं. सब भगवान भरोसे छोड़ दिया है.

मुआयना करते तेजस्वी यादव

सरकार सिर्फ आंकड़ें छुपाना जानती है- तेजस्वी यादव
पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि जून-जुलाई में सरकारी लापरवाही के कारण चमकी बुखार से मुजफ्फरपुर में 500 से अधिक बच्चे भेंट चढ़ गए. सरकार का सारा ध्यान वास्तविक आंकड़ों को छुपाने और स्वास्थ्य व्यवस्था की दयनीय स्थिति पर पर्दा डालने पर ही रहा. अब फिर विगत 3-4 दिनों में चमकी बुखार से 8 बच्चे मर चुके हैं.

'मुआवजे के लिए दर-दर भटक रहे लोग'
राजद सुप्रीमो लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने कहा कि जान गंवाने वाले सभी बच्चे एकदम गरीब परिवारों से थे. मुट्ठीभर अभिभावकों को ही मुआवज़ा मिल पाया है. बाकी गरीब परिवार इसके लिए दर दर की ठोकरें खा रहे हैं और अपने अधिकार में से ही 'कमीशन' देने को बाध्य हो रहे हैं.

प्रतिक्रिया देते तेजस्वी यादव

कोई कदम नहीं उठाए गए- तेजस्वी
तेजस्वी ने कहा कि मुजफ्फरपुर में पुनः चमकी बुखार ने 8 बच्चों से उनका जीवन छीन लिया. जो दिखाता है कि बिहार सरकार इस क्षेत्र की इस समस्या के प्रति पूर्णतः असंवेदनशील है. बिहार सरकार ने जून जुलाई की महामारी से न कोई सबक सीखा और न ही पुनरावृत्ति रोकने के जरूरी कदम उठाए.

अस्पताल का दयनीय हाल

बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था खराब...

  • तेजस्वी ने कहा, 'पूरे राज्य के दयनीय अस्पतालों की भांति हर साल खबरों में बनने वाले एसकेएमसीएच की स्थिति भी दयनीय है.'
  • यहां के डॉक्टर, कर्मचारी व मरीज ही प्रशासनिक और सरकारी लापरवाही की कलई खोल देते हैं.
  • दवाओं, उपकरणों, सुविधाओं, जगह, बिस्तर, सफाई, सप्लाई और स्टाफ की भारी कमी है और सरकार हर जिम्मेदारी से भागते और हर कमी, देरी व आपराधिक लापरवाही पर पर्दा डालते नजर आती है.
    एसकेएमसीएच पहुंचे तेजस्वी

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री पर भी हमला
तेजस्वी ने कहा कि 2014 में तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री, जो आज भी केंद्र में स्वास्थ्य मंत्री हैं, ने ऐलान किया था कि मुजफ्फरपुर में एक और अस्पताल का निर्माण करवाया जाएगा. लेकिन आत्ममुग्ध सरकार के असंवेदनशील गुरुर का यह प्रमाण है कि आजतक इस दिशा में एक पत्ता भी नहीं हिला है.

परिजनों से जानकारी लेते तेजस्वी

सीएम दें इस्तीफा-तेजस्वी
तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नागरिकों और मासूमों की जानों से खेलने का जुर्म स्वीकार करते हुए तुरंत इस्तीफा दें या स्वास्थ्य मंत्री को तुरंत बर्खास्त करें. स्वास्थ्य मंत्री ऐसे किसी जिम्मेदार व्यक्ति को बनाया जाए जो सजग, संवेदनशील व ज़िम्मेवार हो. न कि वो जो रोती बिलखती मांओं के करुण कुंदन के बीच मैच का स्कोर पूछे.

अस्पताल अधीक्षक के साथ की बैठक

सीएजी रिपोर्ट को लेकर हमला
तेजस्वी ने सीएजी रिपोर्ट के मुताबिक नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि 15 साल के मुख्यमंत्री बताए नीति आयोग की रिपोर्ट में ख़राब स्वास्थ्य सूचकांक में बिहार दूसरे नंबर पर क्यों है? सीएजी की रिपोर्ट बिहार की दयनीय स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल रही है। उस पर भी बोले। आपने 15 साल में चमकी बुखार की रोकथाम, उपचार और जागरूकता के लिए क्या किया?

Last Updated : Sep 21, 2019, 9:28 PM IST

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