पटना : सेना में जाति प्रमाण पत्र का मसला बिहार में शांत नहीं हो रहा है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस मसले पर फिर एक बार केंद्र सरकार को घेरा है. मंगलवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए तेजस्वी यादव ने लिखा है कि आजादी के बाद 75 वर्षों तक सेना में ठेके पर अग्निपथ व्यवस्था लागू नहीं थी. सेना में भर्ती होने के बाद 75% सैनिकों की छंटनी नहीं होती थी, लेकिन संघ की कट्टर जातिवादी सरकार अब जाति धर्म देखकर 75% सैनिकों की छ्टनी करेगी. सेना मैं जब आरक्षण है ही नहीं तो जाति प्रमाण पत्र की क्या जरूरत?
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तेजस्वी केंद्र पर हमलावर: बता दें कि इस मसले पर तेजस्वी यादव लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर की भूमिका में है. उनके इस ट्वीट के बाद लोगों की तरह तरह की प्रतिक्रिया भी सामने आ रही हैं. बता दें कि इससे पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा था कि, 'जात न पूछो साधु की लेकिन जात पूछो फौजी की. संघ की बीजेपी सरकार जातिगत जनगणना से दूर भागती है लेकिन देश सेवा के लिए जान देने वाले अग्निवीर भाइयों से जाति पूछती है. ये जाति इसलिए पूछ रहे हैं, क्योंकि देश का सबसे बड़ा जातिवादी संगठन आरएसएस बाद में जाति के आधार पर अग्निवीरों की छंटनी करेगा.