पटना: पिछले कुछ दिनों से बिहार की राजनीति में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है. बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने दो मंत्री पद की मांग की थी. कांग्रेस की मांग पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी कह चुके हैं कि यह तेजस्वी यादव को तय करना है. ऐसे में दिल्ली से पटना लौटे तेजस्वी ने साफ कर दिया (tejashwi yadav on bihar cabinet expansion) कि कांग्रेस को दो नहीं, बल्कि एक मंत्री बनाया जाएगा.
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कांग्रेस को तेजस्वी की दो टूक :''गठबंधन में घटक दल होते है, वो अपने अपने दल से कौन मंत्री होगा इस पर फैसला करते हैं. हम लोग महागठबंधन में सात दल है, जिसमें से चार दल सरकार में है. बाकी तीन दलों का बाहर से समर्थन है. ये उन्हें तय करना है कि वो सरकार में शामिल होंगे या नहीं. जहां तक कांग्रेस का सवाल है तो यह तय हुआ था कि जब कैबिनेट का विस्तार होगा तो कांग्रेस की ओर से एक मंत्री बनाया जाएगा.''- तेजस्वी यादव, डिप्टी सीएम, बिहार
'बीजेपी को 2024 का डर है' : दिल्ली से पटना लौटे तेजस्वी यादव से जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेण को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जब दो लोग बैठते है तो मुलाकात होती है, देश में क्या कुछ चल रहा है इन सब बातों पर चर्चा होती है. वहीं आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर भी तेजस्वी ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि बीजेपी लोकसभा चुनाव को लेकर डरी हुई है. हालांकि शुक्रवार को हैदराबाद दौरे को लेकर उन्होंने कहा कि एक कार्यक्रम में शामिल होने वे हैदराबाद जा रहे हैं.
हैदाराबाद में KCR की 'मोर्चेबंदी'! : बता दें कि 17 फरवरी यानी शुक्रवार को हैदराबाद में तेलंगाना के नए सचिवालय का उद्घाटन होगा. इस कार्यक्रम में तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी न्यौता भेजा है. लेकिन नीतीश इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे. मुख्यमंत्री की जगह कार्यक्रम में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह शामिल होंगे. इससे पहले भी 18 जनवरी को तेलंगाना के खम्मम जिले में केसीआर ने रैली की ती, जिसमें नीतीश को न्योता नहीं मिला था, जिसके बाद चर्चाओं का बाजार गर्म था कि केसीआर की मोर्चेबंदी से नीतीश ने दूरी बना ली है.