पटना:नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास में परिवार समेत 85 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. वर्चुअल रैली के कारण बिहार बीजेपी के 75 नेता और उप मुख्यमंत्री आवास के निजी स्टाफ सहित अनेक लोग संक्रमित हो गए हैं. मुख्य सचिव और सचिवालय के कर्मचारी संक्रमित पाए गए हैं. बिहार में जब सीएम, डिप्टी सीएम और मंत्री सुरक्षित नहीं हैं, तो आम आदमी का क्या होगा?
'वर्चुअल रैली के कारण फैला है कोरोना वायरस'
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भारतीय जनता पार्टी और जेडीयू पर बड़ा हमला बोला है. भारतीय जनता पार्टी के 75 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर तेजस्वी ने पूछा कि यह लोग किस जमात के हैं. तेजस्वी ने कहा कि एक तरफ लोग मर रहे हैं. अस्पतालों में सुविधाएं नहीं है और दूसरी तरफ बीजेपी और जेडीयू के लोग चुनाव की तैयारी कर रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सिर्फ वर्चुअल रैली के कारण बीजेपी और जेडीयू में इतनी तेजी से कोरोना वायरस फैला है.
'सरकार को देना होगा जवाब'
तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार के सभी कार्यालयों में कोरोना संक्रमण फैल चुका है. नीतीश कुमार के परिवार और उनके दफ्तर में भी कई लोग संक्रमण के शिकार हुए हैं. उप मुख्यमंत्री के दफ्तर का भी यही हाल है. अब सरकार को जवाब देना होगा कि वह किस तरह इसे नियंत्रण में लाएगी, क्योंकि अस्पतालों में ना तो डॉक्टर हैं, ना ही पीपीई किट और ना ही सामान डॉक्टरों को इलाज के लिए मुहैया कराए जा रहे हैं.
परंपरागत तरीके से होना चाहिए चुनाव
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जो लोग संक्रमित होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं. उनका इलाज करने वाला वहां कोई नहीं है. यह सारी व्यवस्था कौन करेगा. वहीं, चुनाव की तैयारी पर तेजस्वी यादव ने कहा कि मैं यह चाहता हूं कि परंपरागत तरीके से चुनाव होना चाहिए. चुनाव में कोई बेइमानी नहीं होना चाहिए. बता दें कि इससे पहले सोमवार को भी तेजस्वी ने स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल उठाए थे. तेजस्वी ने एक वीडियो पोस्ट कर लिखा था कि बिहार में कोरोना के हालात बहुत भयावह हैं. आने वाले दिनों में स्थिति बेकाबू होने वाली है. सरकार जांच नहीं कर रही और कर रही है, तो आंकड़े छुपा रही है.