पटना:विधानसभा चुनाव 2020 में राष्ट्रीय जनता दल सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सामने आया. आरजेडी को बिहार की सबसे बड़ी पार्टी बनाने के लिए तेजस्वी यादव ने लोगों को धन्यवाद देने की बात कही थी और इसके लिए बहुत जल्द धन्यवाद यात्रा निकालने की घोषणा की थी. चुनाव के करीब 5 माह बीत जाने के बाद भी अब तक धन्यवाद यात्रा को लेकर राजद में कहीं कोई चर्चा नहीं है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या तेजस्वीकी अन्य यात्राओं की तरह यह यात्रा भी शुरू होने से पहले ही हवा हवाई बनकर रह गई?
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जनता को धन्यवाद देने के लिए यात्रा निकालने वाले थे तेजस्वी
10 नवंबर को बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आए थे और 12 नवंबर को तेजस्वी यादव ने धन्यवाद यात्रा की घोषणा की थी. तेजस्वी ने कहा था कि वे बहुत जल्द बिहार के लोगों को धन्यवाद देने के लिए यात्रा पर निकलेंगे. बिहार की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के कारण तेजस्वी ने लोगों को धन्यवाद देने के लिए यात्रा निकालने की बात कही थी, लेकिन 5 महीने बाद भी अब तक इस यात्रा का कोई अता पता नहीं है.
बजट सत्र के बाद यात्रा पर निकलने वाले थे तेजस्वी
राजद के नेता यह दावा कर रहे हैं कि सही वक्त आने पर नेता प्रतिपक्ष यात्रा पर निकलेंगे, लेकिन वह सही वक्त कब आएगा इसके बारे में पार्टी में कोई कुछ बताने को तैयार नहीं है. इसके पहले जनवरी में पार्टी की तरफ से यह बताया गया था कि बजट सत्र के बाद तेजस्वी यादव यात्रा पर निकलेंगे. बजट सत्र और लालू यादव की बीमारी की वजह से उनकी यात्रा टलती गई. बजट सत्र के बाद भी राजद ने तेजस्वी यादव की यात्रा का कोई शेड्यूल जारी नहीं किया है. घोषणा कर यात्रा नहीं निकालने के चलते एनडीए के नेता तेजस्वी पर निशाना साध रहे हैं.
तेजस्वी के पास नहीं बिहार के लोगों से मिलने का वक्त
"तेजस्वी यादव ने इसके पहले भी बेटी बचाओ साइकिल यात्रा, बेरोजगारी हटाओ यात्रा और संविधान बचाओ न्याय यात्रा की घोषणा की थी, लेकिन उनकी कोई भी यात्रा मुकाम तक नहीं पहुंच सकी. बिहार के लोगों से मिलने के लिए तेजस्वी के पास वक्त ही कहां है?"- अरविंद निषाद, प्रवक्ता, जदयू
"तेजस्वी को दिल्ली और विदेश यात्रा से फुर्सत नहीं है. लोग इस बात का धन्यवाद कर रहे हैं कि ईश्वर ने उन्हें राजद की सरकार से बचा दिया. राजद के शासनकाल में बिहार सबसे ज्यादा कलंकित हुआ."- अखिलेश सिंह, प्रवक्ता, भाजपा