पटना: बिहार के गोपालगंज में 264 करोड़ की लागत से बना सत्तरघाट महासेतु बुधवार को पानी के दबाव से ध्वस्त हो गया. इसी मामले में नीतीश सरकार पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने वीडियो पोस्ट कर तंज कसा है.
तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा- '8 वर्ष में 263.47 करोड़ की लागत से निर्मित गोपालगंज के सत्तर घाट पुल का 16 जून को नीतीश जी ने उद्घाटन किया था. आज 29 दिन बाद यह पुल ध्वस्त हो गया. खबरदार! अगर किसी ने इसे नीतीश जी का भ्रष्टाचार कहा तो? 263 करोड़ तो सुशासनी मुंह दिखाई है. इतने की तो इनके चूहे शराब पी जाते हैं.
तेजस्वी ने नीतीश पर कसा तंज
बता दें कि बिहार के गोपालगंज जिले में गंडक नदी के तेज बहाव का दबाव एक महीने पूर्व बना राम जानकी पथ नहीं झेल सका और टूट गया. जिससे इस सड़क पर आवागमन बाधित हो गया. बैकुंठपुर प्रखंड के खोम्हारीपुर में पुलिया के पास सड़क टूटने से उत्तर बिहार के कई जिलों का संपर्क टूट गया. बुधवार की सुबह से ही आवागमन ठप हो गया.
सड़क टूटने के बाद विश्व का सबसे बड़ा बुद्ध स्तूप केसरिया, सिवान, सारण, पश्चिम चंपारण और पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी का संपर्क टूट गया है. जबकि सारण तटबंध पर भी पानी का दबाव बढ़ गया है. कहा जा रहा है कि तटबंध पर खतरा बढ़ा तो सारण जिले में बाढ़ का पानी पहुंच जाएगा.
राम जानकी पथ टूटा
इस बीच बुधवार की शाम अधिकारियों की एक टीम हालात का जायजा लेने घटनास्थल पर पहुंची. राज्य पुल निगम के टीम लीडर अभियंता अभय कुमार प्रभात की टीम पहुंचकर क्षति का आंकलन किया और स्थानीय अधिकारियों को कई निर्देश दिए.
वशिष्ठा कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से पुल और 9.1 किलोमीटर फैजुल्लाहपुर से चंपारण के लाला छापर के बीच संपर्क पथ का निर्माण जून में ही पूरा किया गया था. 16 जून को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका उद्घाटन किया था. एक माह में पुलिया के पास सड़क टूटने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है.
पथ के निर्माण में 263.48 करोड़ की राशि हुई खर्च
अधिकारियों ने बताया कि यह सड़क मुख्य रूप से पूर्वी चंपारण के केसरिया तथा बैकुंठपुर को जोड़ता है. पुल, पुलिया और संपर्क पथ के निर्माण में 263.48 करोड़ की राशि खर्च की गई थी. अधिकारियों ने दावा करते हुए कहा कि पानी का तेज बहाव कम होने के बाद चार से पांच दिन में सड़क को आवामगन के लायक बना दिया जाएगा.