पटना:बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र (Winter Session of Bihar Assembly) शुरू होते ही तेजस्वी यादव ने कई मुद्दों को लेकर नीतीश सरकार को घेर लिया. तेजस्वी यादव ने सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि नीतीश सरकार के इन 16 सालों में 75 घोटाले हुए हैं. बिहार में भ्रष्टाचार चरम पर है. बिहार में अपराध, बिहार में बेरोजगारी, बिहार में पलायन नंबर वन पर है. सूबे के कारखाने चौपट हो गए हैं. फिर भी डबल इंजन की सरकार विकास के दावे करती है. हकीकत ये है कि बिहार में डबल इंजन तो है लेकिन उसका एक इंजन खराब हो चुका है.
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तेजस्वी यादव ने शिक्षा की बदहाली का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा कि बिहार में शिक्षा की दशा खराब है. विश्वविद्यालों में पढ़ाई कम, वहां से घोटालों की खबरें ज्यादा आ रहीं हैं. नियोजित शिक्षकों की भर्ती अटकी हुई है. बिहार में स्वास्थ्य व्यस्था बदहाल है. यहां स्वास्थ्य व्यवस्था आईसीयू में चली गई है.
इस सरकार का पूरा फोकस बिहार में शराबबंदी कानून (Liquor Prohibition Law In Bihar) पर है. लेकिन उसकी हकीकत से सीएम नीतीश अनजान हैं. शराबबंदी की दुर्दशा पर हमला करते हुए तेजस्वी ने आगे कहा कि- बिहार में शराब खुलेआम बेची जा रही है. इसका सेवन किया जा रहा है. वहीं शराब पर रोक के नाम पर पुलिस महिलाओं के सम्मान का भी ख्याल नहीं कर रही है. बिना लेडी कॉन्स्टेबल के ही दुल्हन के कमरे तक नीतीश की पुलिस घुस जा रही है. बिहार में अपराधी मस्त हैं क्योंकि सीएम नीतीश कुमार हैं.