पटना : तेजस्वी यादव के नेतृत्व में आरजेडी अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की बैठ हुई. इस बैठक में एक तस्वीर ऐसी थी जो सहसा लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही थी. दरअसल, इस पोस्टर में तेजस्वी यादव के साथ लालू प्रसाद यादव, अब्दुल बारी सिद्दीकी, जगदानंद सिंह, रामचंद्र पूर्वे, तेज प्रताप यादव, राबड़ी देवी के साथ-साथ शहाबुद्दीन की भी तस्वीर लगी थी.
शहाबुद्दीन की तस्वीर को लेकर तेजस्वी यादव से सवाल पूछ गया तो उन्होंने कहा कि पार्टी के लोगों ने लगाया है. इसमें क्या परहेज है. उन्होंने कहा कि शहाबुद्दीन पार्टी के सांसद रहे हैं. बता दें कि शहाबुद्दीन फिलहाल तिहाड़ जेल में सजा काट रहे हैं.
क्या बोले तेजस्वी यादव?
गौरतलब है कि बिहार के नेता प्रतिपक्ष जिले के 1 पोलो रोड स्थित अल्पसंख्यक प्रकोष्ट की बैठक की. इस दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि देश की आजादी के लिए हिन्दू, मुस्लिम, सिख और ईसाई ने मिलजुल कर त्याग और बलिदान दिया है. यह देश सब का है.
'संवैधानिक संस्था पर चिंतित नेता'
तेजस्वी यादव ने कहा कि विडंबना है कि आज बेरोजगारी, गरीबी, मंगाई, आर्थिक मंदी और युवाओं की समस्याओं पर चर्चा न होकर हिन्दू, मुस्लिम, पाकिस्तान, कश्मीर की चर्चाएं कर असल मुद्दे से लोगों को भटकाया जा रहा है. इसके साथ ही संवैधानिक संस्थाओं का गलत उपयोग हो रहा है. यहां तक की मीडिया में भी सच्ची खबरें नहीं आ रही हैं. सिर्फ एक व्यक्ति का ही गुणगान किया जा रहा है.
विपक्ष को डरा रही है सरकार- तेजस्वी
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव आगे कहते हैं कि विपक्ष के नेताओं पर मुकदमा कर उन्हें डराया जा रहा है. ऐसी स्थिति देश के लिये ठीक नहीं है. तेजस्वी यादव ने कहा कि वे अपनी बीमारी के कारण दो महीने पटना से बाहर रहे. लेकिन, हमारी इस अनुपस्थिति को साजिश के तहत गलत ढ़ंग से प्रचार किया गया.
'सांप्रदायिक शक्तियों से लेंगे लोहा'
नेता प्रतिपक्ष कहते हैं कि वे लालू प्रसाद के बेटे हैं. जब लालू जी ने कभी अपने विचार और सिद्धांतों से समझौता नहीं किया तो वह कहां से कर सकते हैं. लालू जी अपने शासनकाल में मनुवादियों और सांप्रदायिक शक्तियों से लोहा लिया. यहां तक कि राज्य का वातावरण खराब करने वाले आरएसएस, बजरंगदल, विश्व हिंदू परिषद के नेताओं को बिहार में आने की अनुमति नहीं दी. तेजस्वी कहते हैं कि मेरे शरीर मे उनका ही खून है. मैं भी किसी परिस्थिति में मनुवादी या सांप्रदायिक शक्ति या संगठन से कोई समझौता नहीं कर सकता.
देश में बढ़ी मॉब लिंचिंग की घटना- तेजस्वी
तेजस्वी ने कहा कि आज देश मे आए दिन मॉब लिंचिंग की घटनाएं हो रही हैं. सांप्रदाय विशेष के खिलाफ लोगों के मन मे जहर घोला जा रहा है. उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें मिल जुलकर ऐसी घटनाओं को रोकना है और समाज में जहर घोलने वालों के नापाक इरादों को नाकाम करना है. उन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाना है. इसके लिये आरजेडी संगठन को मजबूत करें.
क्या है आरजेडी का लक्ष्य?
तेजस्वी ने कहा कि हर वर्ग, तबके, जाती, सांप्रदाय को आरजेडी के अधिक से अधिक सदस्य बना कर पार्टी और लालू जी के विचारधारा को जन जन तक पहुंचाना है. गरीब, उपेक्षित, दलित, पिछड़े को गले से लगाना है. उनकी समस्याओं के निदान पर ध्यान देना है. उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़कर उनके घरों मे सामाजिक न्याय और सत्ता की किरण को पहुंचाना है. हमारा लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को आरजेडी से जोड़ कर बूथ स्तर तक पार्टी को मजबूत करना है.
'अल्पसंख्यक आयोग का गठन'
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कहते हैं कि लालू जी के शासन में ही अल्पसंख्यक के कल्याण का अनेकों कार्य प्रारंभ हुआ. अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक आयोग का गठन हुआ. कब्रिसतानों की घेराबंदी, अल्पसंख्यक छात्रावास का निर्माण हुआ. उन्होंने अपल्पसंख्यकों को सत्ता और समाज मे उचित भागीदारी दी. लोगों को संबोधित करते हुए तेजस्वी ने कहा कि बीते लोकसभा चुनाव में आरजेडी ने अल्पसंख्यक समाज को चुनाव का टिकट दिया. अल्पसंख्यक समाज को दूसरे दलों ने कितने टिकट दिए इसकी जानकारी किसी को नहीं होगी. तेजस्वी यादव कहते हैं कि जिसने जनादेश का अपमान किया है, उनके साथ मेरा कोई समझौता नहीं हो सकता है.
इनकी अध्यक्षता में हुई बैठक
समारोह की अध्यक्षता विधायक और आरजेडी अल्पसंख्यक प्रकोष्ट के अध्यक्ष श्री अख्तरुल इमान शाहीन ने किया. उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समाज आरजेडी के साथ हमेशा से है. इसके साथ ही उन्होंने आरजेडी सदस्यता अभियान मे पार्टी अल्पसंख्यक प्रकोष्ट की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला. बता दें कि विधायक अबु दुजाना ने भी सभा को संबोधित किया.