पटना: लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद राजद ने मंगलवार को समीक्षा बैठक बुलाई. इस बैठक में तेज प्रताप यादव शामिल नहीं हुए. तेज प्रताप ने कहा कि चुनाव को और महागठबंधन को एनडीए के लोगों ने इंटेक्ट करने का काम किया.
तेज प्रताप ने कहा कि इस बार पता नहीं किस तरीके से क्या गड़बड़ी हुई. कुछ अपने लोग भी थे, लेकिन जो हुआ सो हुआ. आगे की जो लड़ाई और रणनीति है हमें उस पर ध्यान देना होगा. किसी कारणवश मैं मीटिंग में नहीं जा सका, लेकिन हमनें प्रिय अर्जुन तेजस्वी को चिट्ठी लिखकर भेज दिया है. चिट्ठी में मैनें लिखा- हार जीत तो लगी रहती है. ऐसी स्थिति में कोई इस्तीफा देता है तो कोई पार्टी पार्टी छोड़ने की बात करता है. ऐसे में हम आगे की लड़ाई नहीं जीत सकते है. जब घर में दुश्मन घुस गया है तो हमें उसे कैसे उखाड़ फेंकना है. हम लोगों को उस पर ध्यान देना चाहिए. पूरे बिहार में घूमना चाहिए.
सवाल : लोकसभा चुनाव में आपने दो सीट मांगी थी?
जवाब: जो हो गया, वो हो गया, खत्म कहानी...चैप्टर क्लोज है. आगे की जो लड़ाई है उसपर ध्यान देना होगा.
सवाल:कार्यकर्ताओं को तव्वजों नहीं दी गई?
जवाब:केवल नेता से युद्ध को नहीं जीता जा सकता है, जब तक सैनिक एकजुट नहीं होंगे तो लड़ाई कैसे जीतेंगे. लालू जी भी नहीं, इसका असर भी देखने को मिला. पाटलिपुत्र सीट हम हार गए. लेकिन पिताजी होते तो ऐसा नहीं होता हम जीत सकते थे.