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'अगर हाथ जोड़ने से हरियाली आ जाएगी, तो बेरोजगारी पर भी मानव श्रृंखला बनाइए' - बिहार सरकार

पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप ने सरकारी खर्चे पर बनने वाली मानव श्रृंखला पर सवालिया निशान लगाया है. उनका कहना है कि बिहार का गरीब, किसान, युवा लाचार है, बेरोजगार है, तब कैसी सुशासन की सरकार है.

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तेज प्रताप यादव

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Published : Jan 18, 2020, 5:53 PM IST

पटनाः19 जनवरी को बनने वाली मानव श्रृंखला पर सियासत तेज है. बिहार की तमाम विपक्षी पार्टियां नीतीश सरकार पर हमलावर है. खासकर आरजेडी सरकार के इस फैसले का खुलकर विरोध कर रही है. लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने न सिर्फ इस आयोजन का विरोध जताया है, बल्कि मानव श्रृंखला को नौटंकी बताते हुए इसमें भाग लेना पाप बताया है.

तेज प्रताप यादव अपने तीखे बयानों के लिए जाने जाते हैं. सोशल मीडिया के जरिए विरोधियों पर निशाना साधने से नहीं चूकते. मानव श्रृंखला को लेकर तेज प्रताप ने कई सवाल खड़े किए हैं. तेज प्रताप ने सीएम नीतीश से अनुरोध किया है कि अगर हाथ जोड़ने से हरियाली आ जाएगी, तो बेरोजगारी पर भी मानव श्रृंखला बनाइए.

सीएम नीतीश से तेज प्रताप ने की अपील
तेज प्रताप ने ट्वीट कर लिखा, 'बिहार का गरीब, किसान, युवा लाचार है, बेरोजगार है, तब कैसी सुशासन की सरकार है. अगर हाथ जोड़ने से हरियाली आ जाएगी तो लगे हाथ बेरोजगारी पर मानव श्रृंखला भी बनवा ही दीजिए. पलटूआ बिहार के लिए अभिशाप है. सरकारी खर्चे से आयोजित मानव श्रृंखला की नौटंकी में भाग लेना पाप है.'

राबड़ी ने कहा- अब एक और श्रृंखला की नौटंकी
वहीं, पूर्व सीएम राबड़ी ने मानव श्रृंखला में सरकारी खजाने से करोड़ों खर्च करने पर सरकार की आलोचना की है. राबड़ी देवी ने ट्वीट कर लिखा,' CM नीतीश जी ने शराबबंदी पर श्रृंखला की थी हमने समर्थन भी किया था. लेकिन क्या उससे शराब बंद हुई? नहीं ना? बाल विवाह और दहेज पर भी करोड़ों खर्च कर मानव शृंखला बनाई? क्या हुआ? अब सीएम ने इनका जिक्र करना भी छोड़ दिया है. अब एक और श्रृंखला की नौटंकी? क्यों गरीबों का हक खा रहे हैं?

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लालू का मानव श्रृंखला पर ट्वीट
दूसरी तरफ इस पर प्रतिक्रिया देते हुए लालू यादव ने ट्वीट कर लिखा, 'जल, जीवन, हरियाली की नौटंकी करने वाला पहले यह बतावें किसके संरक्षण में विगत 15 वर्ष मे बिहार के कुआं, आहार, नहर, पईन, पोखर व तालाबों का अतिक्रमण कर बर्बाद किया गया?

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