पटनाःतेज प्रताप यादव(Tej Pratap Yadav) को राबड़ी आवास (Rabri Home) में जाने की परमिशन नहीं मिली. बता दें कि लालू प्रसाद यादव के पटना पहुंचने के बाद तेज प्रताप एयरपोर्ट पर उनके स्वागत के समय तो थे, लेकिन वे उनके साथ राबड़ी आवास नहीं गए. उन्होंने कहा कि मुझे अंदर जाने की परमिशन नहीं है. हम यहां से लौट रहे हैं.
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लालू प्रसाद यादव पटना पहुंच चुके हैं. उनके साथ एयरपोर्ट पर उनके बड़े बेटे तेज प्रताप यादव और छोटे बेटे तेजस्वी यादव भी मौजूद थे. लालू यादव वहां से सीधे राबड़ी आवास पहुंचे हैं. लालू प्रसाद यादव की गाड़ी में राबड़ी देवी भी थीं. उनके ठीक पीछे गाड़ी में तेजस्वी यादव और उनका परिवार था. तेजस्वी यादव की गाड़ी के पीछे तेज प्रताप यादव की गाड़ी थी. वे राबड़ी आवास नहीं गए. उन्होंने कहा कि मैं यहां से वापस जा रहा हूं, मुझे यहीं तक रहने का परमिशन था. अंदर जाने का परमिशन नहीं है.
'मुझे राबड़ी आवास के अंदर जाने की परमिशन नहीं है. हम यहां से वापस जा रहे हैं. हम लोग यहीं तक हैं.'-तेज प्रताप यादव, लालू यादव के बड़े बेटे
बता दें कि तेजस्वी के साथ अघोषित तौर पर तेजप्रताप का मतभेद लगातार बढ़ता जा रहा है. हालांकि दोनों में से कोई भी खुलकर एक-दूसरे की मुखालफत नहीं करते हैं, लेकिन बयान और फैसले बताते हैं कि किस कदर दोनों भाइयों के बीच विवाद गहराता जा रहा है. पिछले दिनों तो तेजप्रताप ने बिना नाम लिए यहां तक आरोप लगा दिया था कि कुछ लोग आरजेडी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना चाहते हैं. इसलिए उनके पिता लालू यादव को दिल्ली में बंधक बनाकर रखा गया है. वहीं, आरजेडी के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में भी तेज प्रताप यादव का नाम शामिल नहीं है.
जानकारी दें कि दरअसल पिछले दिनों पटना में आयोजित छात्र आरजेडी की बैठक के दौरान तेजप्रताप यादव ने प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पर हमला बोलते हुए कहा था, 'जगदानंद सिंह हिटलर शाही चला रहे हैं और पार्टी में मनमानी कर रहे हैं. वह कुर्सी को अपनी बपौती समझ रहे हैं, जबकि कुर्सी किसी की नहीं होती है, कब किसके कुर्सी चला जाए कोई ठिकाना नहीं होता है. माना जा रहा है कि तेजप्रताप के इस बयान के बाद से जगदानंद सिंह काफी नाराज थे.
बता दें कि जगदानंद सिंह ने तेजप्रताप यादव के बेहद खास आकाश यादव के पर कतर दिये थे. उन्हें छात्र आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया था. इसी के साथ ही उन्होंने गगन कुमार को ये महत्वपूर्ण दायित्व सौंप दिया था. आकाश को हटाकर गगन की नियुक्ति दरअसल जगदानंद सिंह की ओर से तेजप्रताप को दिया गया जवाब भी कहा जा रहा था. माना ये भी जा रहा है कि चूंकि सीधे तौर पर तेजप्रताप पर कार्रवाई नहीं की जा सकती है, लिहाजा परोक्ष रूप से कार्रवाई की गई है. वैसे भी जगदानंद सिंह को बेहद अनुशासन प्रिय और सख्त माना जाता है. आपको बता दें कि तेजप्रताप यादव लगातार जगदानंद सिंह पर आरोप लगाते रहे थे.
वहीं तेज प्रताप यादव ने 20 अगस्त को संजय यादव पर बड़ा आरोप लगाया था. लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव राबड़ी आवास पहुंचे थे. 10 सर्कुलर रोड पर तेज प्रताप यादव तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) से मुलाकात करने गए थे. पर उन्हें बैरंग ही लौटना पड़ा था. इसके बाद गुस्से में तेज प्रताप बाहर आए और तेजस्वी यादव के पीए पर गंभीर आरोप लगाया था. तेज प्रताप यादव ने कहा था कि संजय यादव जो तेजस्वी यादव के पीए हैं, उन्होंने मुलाकात नहीं होने दी. वह नहीं मिलने दे रहे हैं. यहां यह बताना भी जरूरी है कि तेज प्रताप यादव ने संजय यादव को 'प्रवासी सलाहकार' की संज्ञा दी थी. दो दिनों से चल रहे प्रकरण के बीच तेजस्वी से तेज प्रताप की पहली मुलाकात को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म था.
इन सब के बाद तेज प्रताप यादव ने हाल ही में ऐलान कर दिया कि बिहार उपचुनाव में कुशेश्वरस्थान सीट के लिए कांग्रेस की तरफ से प्रचार करेंगे. इसी दौरान उन्होंने छात्र जनशक्ति परिषद का गठन कर दिया था. उसके बाद से ही राजद से तेज प्रताप की दूरी बढ़ती चली गई थी. इसी कड़ी में रविवार को जब लालू प्रसाद यादव आए तो तेज प्रताप यादव को राबड़ी आवास में अंदर जाने नहीं दिया गया. एक बार फिर तेज प्रताप यादव ने जगदानंद सिंह पर आरोप लगा दिया कि एयरपोर्ट पर बाबू गिर रहे थे तो मैंने उन्हें गिरने से बचाया लेकिन जगदा सिंह ने मुझे धक्का दे दिया.
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