पटना:लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) छात्र राजनीति को लेकर हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं. राजद (RJD) से नाराज चल रहे तेज प्रताप यादव ने अपना अलग ही संगठन बना लिया है. उन्होंने इस सामाजिक संगठन का नाम छात्र जनशक्ति परिषद रखा है. जो शिक्षा, स्वास्थ्य और बेरोजगारी के मुद्दे को उठाएगी.
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तेज प्रताप का नया संगठन छात्र जनशक्ति परिषद आरजेडी का ही अंग होगा. जो बिहार और बिहार के बाहर काम करेगा. अपने नए संगठन का ऐलान करते हुए तेज प्रताप ने कहा कि आरजेडी को मजबूत बनाना ही छात्र जनशक्ति परिषद का उद्देश्य है.
तेज प्रताप यादव, राजद नेता दरअसल, राजद में छात्र के प्रदेश अध्यक्ष को हटाने के बाद उन्होंने पार्टी में बवाल मचाया था. बात काफी दूर तक पहुंची तो लालू प्रसाद यादव को हस्तक्षेप करना पड़ा था. लेकिन, अभी भी छात्र राजद के जो नए प्रदेश अध्यक्ष गगन कुमार बनाये गए हैं, उसको लेकर तेज प्रताप नाराज हैं. यही कारण है कि रविवार को उन्होंने अपने आवास पर बिहार के विभिन्न जिलों के छात्रों को बुलाकर छात्र जनशक्ति परिषद बनाने की घोषणा कर दी.
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फिलहाल, इस छात्र जनशक्ति परिषद का स्वरूप क्या होगा, वह खुलकर सामने नहीं आया है. लेकिन, जो स्थिति देखने को मिल रही है इससे स्पष्ट है कि वो अलग संगठन बनाकर छात्रों को एक मंच पर लाकर छात्र राजनीति करना चाहते हैं. सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार यह छात्र राजद के संगठन से अलग है.
बता दें कि अपने बगावती तेवर के चलते आरजेडी में बवाल मचाने वाले लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव के सुर बदले-बदले नजर आ रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से उन्होंने मीडिया में कोई ऐसा बयान नहीं दिया है जिससे पार्टी के भीतर घमासन बढ़े. वे सोशल मीडिया के माध्यम अपनी बात और मनोदशा को व्यक्त कर रहे हैं. वहीं, एक दिन पहले ही तेज प्रताप यादव ने भागवद् गीता का एक उपदेश ट्वीट किया था. इसे पढ़कर ऐसा लगा कि इस आरजेडी नेता ने बागी रवैया छोड़कर अब कर्म करने पर फोकस करने का फैसला लिया है.