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Published : Aug 22, 2021, 8:29 PM IST

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मेरी हत्या हो सकती है, इसकी साजिश चल रही है: तेज प्रताप

राजद नेता तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) इन दिनों पार्टी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh), नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और अपने पूरी परिवार से नाराज चल रहे हैं. इस बीच उन्होंने बड़ा बयान देते हुए कहा कि 'तेजस्वी यादव के राजनीतिक सलाहकार संजय यादव मेरी हत्या करवाना चाहते हैं.'

पटना
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पटना: राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janata Dal) में जारी घमासान ने और जोर पकड़ लिया है. पार्टी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh), नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और अपने पूरे परिवार से नाराज चल रहे राजद नेता तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि 'मेरी हत्या हो सकती है, इसकी साजिश चल रही है. तेजस्वी यादव के राजनीतिक सलाहकार संजय यादव मेरी हत्या करवाना चाहते हैं.'

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तेजस्वी यादव शनिवार को ही दिल्ली पहुंच चुके हैं. तेज प्रताप यादव भी शनिवार को दिल्ली जाना चाहते थे, लेकिन उनके अंगरक्षकों ने उनका साथ छोड़ दिया है. जिसके चलते वे दिल्ली नहीं जा सके. तेज प्रताप यादव ने कहा कि मेरे तीनों बॉडीगार्ड भाग खड़े हुए और उन्होंने फोन स्विच ऑफ कर लिया है. मेरी हत्या की साजिश चल रही है. ये बात उन्होंने शनिवार को कही थी.

बता दें कि तेज प्रताप ने इससे पहले भी ट्वीट के जरिये एक बार फिर निशाना साधा था. उन्होंने लिखा था किजिस प्रवासी सलाहकार के इशारों पे पार्टी चल रही वो हरियाणा में अपने परिवार से किसी को सरपंच नहीं बनवा सकता वो ख़ाक मेरे अर्जुन को मुख्यमंत्री बनायेगा..वो प्रवासी सलाहकार सिर्फ लालू परिवार और राजद में मतभेद पैदा कर सकता है.

राजद (RJD) के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) की मुखालफत से शुरू हुई तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) की लड़ाई अभी भी थमने का नाम नहीं ले रही है. भले ही जगदानंद सिंह राजद में कलह से इनकार करते हैं, लेकिन घटनाक्रम दूसरी ओर इशारा करते हैं. बताया जाता है कि हालिया घटनाक्रम को लेकर तेज प्रताप सिर्फ जगदानंद सिंह ही नहीं बल्कि अपने परिवार के कुछ सदस्यों से भी नाराज हैं. उनका हाल में दिया बयान इसका प्रमाण है. वे अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. उनके खिलाफ लगातार बयान दे रहे हैं.

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तेज प्रताप यादव पर आरोप है कि वे पार्टी में सीनियर नेताओं को अपमानित करते रहे हैं. पहले प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे को कई बार तेज प्रताप ने अपमानित किया. दिवंगत रघुवंश प्रसाद सिंह भी कई बार तेज प्रताप के बयान से आहत हुए. अब बारी जगदा बाबू और शिवानंद तिवारी की है. इस बार जगदानंद सिंह भी झुकने के लिए तैयार नहीं हैं. तेज प्रताप को लेकर उन्होंने तल्ख बयानबाजी की है.

पिछले कई दिनों से तेज प्रताप यादव और जगदानंद सिंह के बीच विवाद ने बिहार की राजनीति में तमाम मुद्दों को पीछे छोड़ दिया है. तेज प्रताप यादव जगदानंद सिंह पर कई गंभीर आरोप लगा चुके हैं. दूसरी तरफ जगदानंद सिंह ने भी यह कह दिया था कि वे किसी तेजप्रताप को नहीं जानते. इससे तेज प्रताप भड़क गये थे. हालांकि इस पूरे मामले को लेकर जगदानंद सिंह ने कहा कि कहीं कोई विवाद नहीं है. तमाम मुद्दे सुलझ चुके हैं.

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जानकारी के मुताबिक तेज प्रताप के रुख से नाराज तेजस्वी ने जिस तरह से यह कहा कि बड़ों का सम्मान होना चाहिए. उसके बाद तेज प्रताप के रुख में भी नरमी आई है. इस बात की संभावना है कि बहुत जल्द यह मामला सुलझ जाएगा.

गौरतलब है कि राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) द्वारा राजद के युवा प्रदेश अध्यक्ष को हटाए जाने के मामले को लेकर तेजप्रताप यादव (Tej Pratap yadav) नाराज हो गए हैं. तेजप्रताप यादव ने सीधे तौर पर जगदानंद सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा था कि वह तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और मेरे बीच लड़ाई लगवा रहे हैं. भाई-भाई के बीच जगदानंद सिंह झगड़ा लगाने का काम कर रहे हैं. इस काम का इनाम उन्हें भगवान देंगे.

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तेजप्रताप यादव ने कहा था कि जगदानंद सिंह पोस्टर लगाने और हटवाने का काम करते हैं. इसी राजनीति में उनका पूरा जीवन बीता है. तेज प्रताप यादव ने इससे पहले ट्वीट करके अपना विरोध जताया था. उन्होंने कहा था कि जिन प्रवासी लोगों से तमाम सलाह ली गई है उनसे पार्टी के हित के बारे में भी जानकारी ले ली जाती. तेजप्रताप ने आकाश को हटाने के फैसले को पार्टी के संविधान के खिलाफ बताया. उन्होंने कहा कि बिना नोटिस दिए किसी को पद से नहीं हटाया जा सकता.

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