पटना: पूरे देश में लॉक डाउन होने कारण बिहारी मजदूरों की मुश्किलें बढ़ा दी है. बड़ी संख्या में बिहार के मजदूर पूरे देश में काम करते हैं. ऐसे मजदूरों को लेकर नीतीश सरकार की ओर से मदद नहीं करने पर पीके ने भी निशाना साधा था. वहीं, जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि सरकार ने अधिकारियों का दल गठित किया है. सरकार की ओर से हर संभव मदद पहुंचाने की कोशिश की जा रही है.
पटना: दूसरे राज्यों में रह रहे बिहारियों की मदद के लिए अधिकारियों का दल गठित, मोबाइल नंबर जारी
जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि 21 दिनों तक लॉक डाउन में इन्हें बिहार लाना संभव नहीं है. लेकिन इनकी मदद के लिए सरकार में अधिकारियों की टीम गठित की है और मोबाइल नंबर भी जारी किया गया है. इस नंबर 97737 17261 पर लोग संपर्क कर अपनी जानकारी दे सकते हैं.
'लॉक डाउन में बिहार लाना संभव नहीं'
21 दिन के लॉक डाउन का सबसे ज्यादा असर बिहारी मजदूरों पर पड़ रहा है. बिहार से बाहर बड़ी संख्या में मजदूर काम करते हैं, जो अब बिहार लौटने के लिए परेशान है. लेकिन सरकार की ओर से इन मजदूरों को लाने का कोई प्रयास अब तक नहीं किया गया है. जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि 21 दिनों तक लॉक डाउन में इन्हें बिहार लाना संभव नहीं है. लेकिन इनकी मदद के लिए सरकार में अधिकारियों की टीम गठित की है और मोबाइल नंबर भी जारी किया गया है. इस नंबर 97737 17261 पर लोग संपर्क कर अपनी जानकारी दे सकते हैं. वहीं, उन्होंने कहा कि दिल्ली, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु से खबरें आ रही हैं. सरकार वहां रह रहे मजदूरों को मदद पहुंचाने के लिए प्रयास शुरू कर दी है.
पीके ने भी साधा था निशाना
चुनावी रणनीतिकार और जेडीयू के कभी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे प्रशांत किशोर ने भी बिहारी मजदूरों को मदद नहीं पहुंचाने पर नीतीश सरकार पर निशाना साधा था. मजदूरों ने भी बिहार सरकार और मुख्यमंत्री आवास में संपर्क कर अपनी परेशानी बताई है. उसके बाद ही बिहार सरकार अब एक्टिव हुई है.