पटना: कोरोना संक्रमण को लेकर जहां पूरा देश लॉकडाउन है. वहीं, ऐसी दुखद परिस्थिति में कुछ ऐसे लोग भी हैं जो इस समय सामाजिक दायित्व का निर्वाह करते हुए गरीबों और दैनिक मजदूरों के लिये मसीहा बने हुए हैं. ऐसी ही युवाओं की एक संस्था 'टीम अभिमन्यु' जिले में आजकल काफी चर्चा में है. संस्था कार्यकर्ता कोरोना महामारी में पटना के विभिन्न जगहों पर जरूरतमंदों और भूखों का पेट भर रहे हैं. साथ ही जो लोग घरों में फंसे हुये लोगों को राशन का भी वितरण कर रहे हैं.
लॉकडाउन में बेसहारा गरीबों के बीच 'टीम अभिमन्यु' पहुंचा रही है सहायता - पटना
'टीम अभिमन्यु' को लीड कर रहे अभिमन्यु यादव बताते हैं कि हमारे देश में कोरोना महामारी के चलते देश और राज्य में लॉकडाउन का दौर जारी है. इस समय सबसे ज्यादा परेशान गरीब हैं. उनकी सहायता करना हमारा दायित्व बनता है. इसलिए हम लोग एक माह से गरीबों के बीच राहत सामग्री उनके घरों तक पहुंचा रहे हैं.
दरअसल, कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये जारी लॉकडाउन लागू हुए एक माह से ऊपर हो गये हैं. इस दौरान सबसे ज्यादा परेशान गरीब और दैनिक मजदूर हैं. आलम यह है कि दैनिक मजदूरों के सामने दो वक्त की रोटी जुटाना भी किसी बड़ी परेशानी से कम नहीं है. हालांकि, सरकार गरीबों के बीच लगातार राहत सामग्री के साथ कम्युनिटी किचन के माध्यम से भोजन भी वितरण कर रही है लेकिन अभी भी गरीबों के बीच सरकार द्वारा चलाई जा रही राहत नहीं पहुंच पा रही है.
'एक हजार भोजन पैकेट का वितरण'
'टीम अभिमन्यु' को लीड कर रहे अभिमन्यु यादव बताते हैं कि हमारे देश में कोरोना महामारी के चलते देश और राज्य में लॉकडाउन का दौर जारी है. इस समय सबसे ज्यादा परेशान गरीब हैं. उनकी सहायता करना हमारा दायित्व बनता है. इसलिए हम लोग एक माह से गरीबों के बीच राहत सामग्री उनके घरों तक पहुंचा रहे हैं. हम लोग प्रतिदिन 500 लोगों के बीच राशन वितरण करते हैं. साथ ही एक हजार भोजन पैकेट गरीबों के बीच वितरण करते हैं.