पटना: राजधानी में शिक्षकों ने शिक्षक दिवस के मौके पर राज्य सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन सात सूत्री मांगों को लेकर था. शिक्षकों का दावा है कि उनका ये प्रदर्शन पूरी तरह सफल रहा और सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई. शिक्षकों ने कहा है कि अगर सरकार हमारी मांगें नहीं मानेगी तो हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे.
शिक्षक दिवस के दिन शिक्षकों का वेदना प्रदर्शन शिक्षक दिवस के दिन शिक्षकों का 'वेदना प्रदर्शन'
दरअसल, प्रदेश में शिक्षक दिवस के दिन ही बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति का प्रदर्शन चलता रहा. बताया जाता है कि प्रशासन की बंदिशों के बावजूद, लाखों नियोजित शिक्षक 'समान काम, समान वेतन' की मांग को लेकर गर्दनीबाग में प्रदर्शन करने पहुंचे. वहीं इस कारण गर्दनीबाग के आसपास की सभी सड़कें जाम हो गईं. इसके बाद शिक्षकों के प्रदर्शन को लेकर प्रमंडल आयुक्त आनंद किशोर ने सभी प्रमुख स्थलों पर पुलिस बलों एवं दण्डाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति का निर्देश दे दिया. वहीं प्रशासन ने लगभग 800 पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति की.
लाखों की संख्या में शिक्षकों ने किया प्रदर्शन
इस प्रर्दशन के प्रवक्ता मनोज कुमार ने बताया कि संपूर्ण राज्य में प्राथमिक से लेकर उच्चस्तर माध्यमिक के लगभग 2 लाख 50 हजार से भी ज्यादा नियोजित और नियमित शिक्षकों ने यहां प्रदर्शन किया है. प्रदर्शन कर रहे शिक्षक नेता आनंद कौशल ने कहा कि सरकार लगातार हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है. हमने गर्दनीबाग स्टेडियम के लिए 30 हजार रुपये दिए. लेकिन सरकार ने पूरा बैरियर लगा कर हमें वहां प्रर्दशन करने से रोक दिया. सड़क पर बैठकर धरना दे रहे शिक्षकों ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि सरकार शिक्षकों की मांगों को जल्द पूरा नहीं करती है, तो आंदोलन को और तेज कर दिया जाएगा.
लाखों की संख्या में पहुंचे शिक्षक क्या बोले नीतीश कुमार
वहीं सीएम नीतीश कुमार ने नियोजित शिक्षकों को नसीहत देते हुए कहा है कि आपके हक में सबकुछ हमने किया. आज जो लोग नियोजित शिक्षकों के पक्ष में बयानबाजी करते हैं. वो पहले क्या बोलते थे, ये भी सब जानते हैं. सब कुछ अपनी जगह है. लेकिन हम फिर भी शिक्षक के हित के लिए काम करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि सिर्फ आपलोग बच्चों को पढ़ाइये. अगर नहीं पढ़ाएंगे तो हमें तकलीफ होगी.