पटना: शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए 5 सितम्बर का दिन खास है. इस दिन प्रदेश के कई जिलों में शिक्षकों को सम्मान देने के लिए समारोह का आयोजन किया गया. वहीं, कई स्थानों पर अपनी मांगों को लेकर शिक्षकों ने प्रदर्शन भी किया.
सीतामढ़ी में शिक्षक दिवस के अवसर पर शनिवार को समाहरणालय के सभाकक्ष में राजकीय शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. इसमें उपस्थित शिक्षकों को संबोधित करते हुए डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने कहा कि एक शिक्षक की भूमिका किसी भी व्यक्ति के जीवन में सबसे महत्वपूर्ण है. आज हम सब जो यहां बैठे हैं, उसमें शिक्षक की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है.
दरभंगा के केवटी में बाबा साहेब राम संस्कृत महाविद्यालय पचाढी में शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रधानाचार्य डॉ. दिनेश झा की अध्यक्षता में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. छात्रों ने वैदिक मंगलाचरण से कार्यक्रम का प्रारंभ किया. इसके बाद कार्यक्रम पदाधिकारी ने शिक्षक दिवस के महत्व की जानकारी दी.
छपरा में शिक्षक दिवस के मौके पर भारत स्काउट एंड गाइड की ओपन इकाई डिस्ट्रिक्ट ओपन ट्रूप सारण की ओर से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में डीएम सहित कई अधिकारी शामिल हुए. इस दौरान डीएम ने कहा कि आज हम आधुनिकता की ओर बढ़ रहे हैं, लेकिन अपने गौरवशाली परंपरा खो रहे हैं. ये काफी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है. इसे दूर करने की जरूरत है. अपने गौरवशाली परंपरा को कायम रखने की आवश्यकता है.
बेतिया के नरकटियागंज में विद्यार्थी संकल्प शक्ति के तरफ से शिक्षक दिवस के अवसर पर शहर के विभिन्न कॉलेज और उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया. इस दौरान सम्मान समारोह में कई अधिकारी भी मौजूद रहे.
वहीं, गोपालगंज में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शिक्षा विभाग परिसर में आम शिक्षक बैनर तले शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान शिक्षक सतेंद्र कुमार ने शिक्षक दिवस के मौके पर काले लिबास में धरना पर बैठकर सरकार के नीतियों का विरोध किया.
दरभंगा प्रखंड मुख्यालय स्थित नवनिर्मित बीआरसी भवन के प्रांगण में बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ ने विरोध प्रदर्शन किया. जिला उपाध्यक्ष प्रशांत कुमार झा के नेतृत्व में शिक्षकों ने बिहार सरकार के सेवाशर्त के प्रति को जलाकर विरोध जताया.
बांका जिले के नियोजित शिक्षकों ने शिक्षक दिवस के अवसर पर डीईओ कार्यालय परिसर में एकत्रित होकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. मुंह पर काली पट्टी बांधकर अपमान दिवस मनाया. शिक्षकों का आरोप है कि राज्य की सरकार पिछले 15 वर्षों से सेवा शर्त और वेतनमान के नाम पर धोखा देने का काम किया है.
भोजपुर जिले के पीरो प्रखंड के रामदिहल सिंह उच्च विद्यालय जितौरा के प्रांगण में नियोजित शिक्षकों ने संकल्प सभा का आयोजन किया. संकल्प सभा के माध्यम से पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णन के जयंती पर उनको याद करते हुए उनके जीवन पर प्रकाश डाला. इसके साथ शिक्षकों ने कहा कि आज बिहार की वर्तमान सरकार शिक्षक की गरिमा को धूमिल कर रही है.
जमुई: लाॅकडाउन में स्कूल बंद रहने के वजह से प्रखंड क्षेत्र के निजी विद्यालय में शिक्षकों ने सोशल डिस्टेंस के साथ शिक्षक दिवस मनाया. इस दौरान शिक्षकों ने कहा कि सरकार के सौतेले व्यवहार से सब साथ मिलकर लड़ेगे. वर्तमान समय मे शिक्षकों के प्रति किए जा रहे र्दुव्यवहार को नजरअंदाज करते हुए बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करेंगे.
सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णन को मालार्पण करते हुए कैमूर में शिक्षक दिवस पर निजी स्कूल के शिक्षकों ने आक्रोश मार्च निकाला. डीइओ कार्यालय में जमकर किया नारेबाजी की. डीएम को ज्ञापन सौपा. वहीं, कोरोना काल में बंद पड़े निजी स्कूल को खोलने को को सरकार से मांग की. निजी स्कूल के शिक्षकों ने अपनी समस्या बताई.