पटनाःपिछले दिनों ही बिहार सरकार ने शिक्षक बहाली के लिए एसटीइटी अभ्यर्थियों को नियोजन पत्र सौंपा है. ऐसे में जिन शिक्षक अभ्यर्थी को ज्वाइनिंग लेटर मिला है, उन्हें मेडिकल फिटनेस प्रमाण पत्र अपने विद्यालय में देना है जहां उन्हें योगदान करना है. ऐसे में सैकड़ों शिक्षक अभ्यर्थी मेडिकल फिटनेस (Teacher Candidates Not Getting Medical Certificate ) के लिए गुरुवार से ही सिविल सर्जन कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें प्रमाण पत्र नहीं मिल पा रहा है. इससे नाराज अभ्यर्थियों ने सिविल सर्जन का घेराव (civil surgeon siege in patna) कर दिया और जमकर हंगामा किया.
पढ़ें- VIDEO: मांगने गए थे स्थायी नौकरी..मिलीं लाठियां, पटना में वार्ड सचिवों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
मेडिकल फिटनेस जल्द प्राप्त करने को लेकर शुक्रवार शाम सैकड़ों की तादाद में शिक्षक अभ्यर्थी गर्दनीबाग स्थित सिविल सर्जन कार्यालय पहुंचे और सिविल सर्जन का घेराव कर दिया. शिक्षक अभ्यर्थियों ने सिविल सर्जन को बुरी तरह घेर लिया. जिसके बाद वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह सिविल सर्जन को कार्यालय से बाहर निकाला और दूसरी गाड़ी में वो बैठकर विधानसभा में स्वास्थ्य के मसले पर ब्रिफिंग करने के लिए गई.
सिविल सर्जनडॉ विभा कुमारी ने कहा कि उनके पास काफी संख्या में मेडिकल फिटनेस के आवेदन पहुंचे हुए हैं, जिस पर उन्हें हस्ताक्षर करना है. अभी उनके पास कई काम हैं और विधानसभा में भी स्वास्थ्य के मसले पर ब्रीफिंग करने जाना है. ऐसे में अभ्यर्थियों को वह मेडिकल प्रमाण पत्र शनिवार सुबह 10:00 बजे से देना शुरू करेंगी. लेकिन सिविल सर्जन के बातों को अभ्यर्थियों ने अनसुना किया.
उधर अभ्यर्थियों का कहना था कि वह सुबह से बैठे हुए हैं और परेशान हैं ऐसे में उन्हें आज फिटनेस प्रमाण पत्र चाहिए. शिक्षक अभ्यर्थी मधु कुमारी ने बताया कि वह अरवल जिला से आई हैं और उनका नियोजन पटना जिला में हुआ. वह मेडिकल प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पहुंची हुई थी. जहां सुबह में उन्होंने आवेदन दिया तो शाम में प्रमाण पत्र लेने के लिए बुलाया गया और जब शाम में यहां प्रमाण पत्र लेने पहुंची है तो उन्हें कहा गया कि कल मिलेगा.
पढ़ें- Patna Police Lathi Charge : भड़के चिराग, पूरे तेवर में बोले- 'शेर का बेटा हूं, डरूंगा नहीं..'
वहीं, काफी संख्या में शिक्षक अभ्यर्थी सिविल सर्जन कार्यालय में धरने पर बैठ गए. धरने पर बैठे शिक्षक अभ्यर्थियों में एक महिला अभ्यर्थी रोती हुई नजर आईं. अभ्यर्थी खुशबू कुमारी ने बताया कि वह गुरुवार से सिविल सर्जन कार्यालय का चक्कर लगा रहीं है. 2 दिन हो गए उन्हें अभी तक मेडिकल सर्टिफिकेट नहीं मिला. सुबह में घंटों खड़ा रहकर आवेदन दिया और शाम में बताया गया कि उन्हें आज मेडिकल फिटनेस नहीं मिलेगा, कल आना होगा. सुबह से भूखे प्यासे बैठे तबीयत खराब हो गई है.
अभ्यर्थी कुमार गौरव ने बताया कि उनका घर मोकामा में है. उनकी नियुक्ति दरभंगा जिले में हुई है ऐसे में दरभंगा में उन्हें कहा जा रहा है कि अपने गृह जिले जाकर मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट बनवाएं और गृह जिले पटना में सिविल सर्जन कार्यालय में बताया जा रहा है कि दरभंगा में जाकर बनवाएं, जहां उनकी नियुक्ति हुई है. उन्होंने कहा कि वह दरभंगा या पटना कहीं भी जाकर बनवा सकते हैं. ऐसा सरकारी नियम है. लेकिन सरकार के नियमों को ही सरकारी कार्यालयों में तोड़ा जा रहा है और इस वजह से उनके जैसे अभ्यर्थियों की परेशानी बढ़ गई है.
ऐसी ही विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करेंETV BHARAT APP