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Sweepers Strike In Patna: पटना में हालात बिगड़े, हड़ताल के 9वें दिन निगमकर्मियों ने वाटर सप्लाई को ठप किया

पटना नगर निगम के सफाईकर्मी हड़ताल पर हैं. जिसका नतीजा है कि राजधानी के कई इलाकों में कूड़े कचरे का अंबार लगना शुरू हो गया है. हड़ताल के नौवें दिन नगर निगम के वाटर सप्लाई से जुड़े दैनिक कर्मियों ने वाटर सप्लाई प्लांट को ठप कर पटना में जलापूर्ति को बाधित कर दिया. पढ़ें पूरी खबर...

पटना नगर निगम कर्मियों ने जलापूर्ती व्यवस्था को ठप किया
पटना नगर निगम कर्मियों ने जलापूर्ती व्यवस्था को ठप किया

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Sep 29, 2023, 5:09 PM IST

पटना नगर निगम कर्मियों ने जलापूर्ती व्यवस्था को ठप किया

पटना: पटना नगर निगम के आउटसोर्सिंग व्यवस्था के तहत कार्यरत सफाईकर्मी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं.हड़ताल के नौवें दिननगर निगम के वाटर सप्लाई से जुड़े दैनिक कर्मियों ने पटना के मिलर हाई स्कूल के पास वाटर सप्लाई प्लांट को ठप कर दिया. इससे पटना में जलापूर्ति ठप हो गई. जलापूर्ति से जुड़े 245 कर्मियों ने पटना के 200 से अधिक वाटर सप्लाई प्लांट को ठप करके अपना विरोध प्रकट किया. इससे पटना में जलापूर्ति की समस्या उत्पन्न हो गई है.

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"सफाईकर्मियों की हड़ताल कमजोर हो रही है. आधे से अधिक सफाईकर्मी कार्य पर काम पर लौट आए हैं. निगम के जलापूर्ति कर्मियों ने कुछ जगहों पर वाटर सप्लाई को ठप किया है. उसे चालू कराया जा रहा है. हड़ताली लोग काम करने वाले सफाईकर्मियों को भी कार्य नहीं करने दे रहे. उन पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है."-अनिमेष पाराशर, नगर आयुक्त


पटना निगम कर्मियों ने बंद की जलापूर्ति व्यवस्था:पटना नगर निगम के नगर आयुक्त ने कहा कि कुछ जगहों पर जलापूर्ति बाधित करने की सूचना मिली है. जलापूर्ति बहाल करवाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कार्य पर तैनात सफाईकर्मियों को जबरन हड़ताल में शामिल करने के लिए कुछ लोगों ने उन्हें जूते का माला पहनाया है. यह निंदनीय घटना है. इसके विरोध में आज सफाई ड्यूटी पर तैनात सफाईकर्मी को सभी 75 वार्ड में देर शाम गुलाब के फूल का माला पहनाकर सम्मानित किया जाएगा.

"12 वर्षों से नगर निगम में दैनिक कर्मी हैं. आज भी उन्हें मात्र 11000 ही महीना मिलता है. इस महंगाई में इतने कम राशि में परिवार का भरण पोषण कर पाना संभव नहीं है. अगर नगर निगम उन्हें स्थाई नहीं कर सकता है तो कम से कम सामान काम के बदले सामान वेतन दे. स्थाई कर्मियों की तर्ज पर उन्हें भी 21000 से 25000 का वेतनमान दिया जाए."-द्वारिका प्रसाद, जलापूर्ति कर्मी

"सुप्रीम कोर्ट से हमलोग केस जीत चुके हैं. कोर्ट ने भी वेतनमान बढ़ाने की बात कही थी. पिछली बार जब उन लोगों ने हड़ताल की थी तो जो आश्वासन दिया गया था, लेकिन अब तक पूरा नहीं हुआ है. ना सरकार के मंत्री की ओर से हड़ताल पर संज्ञान लिया जा रहा है और ना ही निगम के अधिकारी संज्ञान ले रहे हैं. ऐसे में मजबूरन जलापूर्ति ठप करना पड़ा है. इसके लिए नगर निगम प्रशासन जिम्मेदार है."- बिहारी प्रसाद, जलापूर्ति दैनिक कर्मी

हेल्पलाइन पर 24 घंटे में 15 शिकायती आई: पटना वासियों के लिए 155304 निगम द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है. जहां कचरे के निष्पादन के लिए लोग फोन कर सकते हैं. इसके अलावा किसी भी प्रकार की शिकायत कर सकते हैं. बीते 24 घंटे में 15 शिकायती आई हैं. इससे पहले कुछ दिनों पूरे 234 शिकायतें मिली थी. शिकायतों की संख्या धीरे-धीरे कम हो रही है. दो शिफ्ट में विशेष अभियान चला करके सफाई कराई जा रही है.

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