पटना: बाढ़ नगर परिषद सफाईकर्मी लगभग एक सप्ताह से वेतन बढ़ाने को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं. इसके कारण शहर के चप्पे-चप्पे पर कूड़े का अंबार लग गया है. लोग नाक पर रुमाल रखकर दूसरी जगह जाने को मजबूर हैं.
डेंगू-मलेरिया जैसी महामारी से लोग परेशान हैं. शहर का कोई ऐसा कोना नहीं बचा है, जहां कचरे का अंबार ना हो. वहीं, सफाई कर्मचारियों ने अनुमंडल कार्यालय पहुंचकर अधिकारियों से मिलकर अपनी बात रखी है.
'सफाई की समस्या जस की तस'
बाढ़ प्रशासन और नगर परिषद प्रशासन सफाई के मामले में कुछ नहीं सोच रहा है. बाढ़ नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी पर सीधा आरोप लगाते हुए नगर अध्यक्ष शकुंतला देवी ने शहर के नगरिया स्थिति पर काफी चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि बाढ़ शहर की सफाई के मामले में हम डीएम तक गुहार लगा चुके हैं. लेकिन यहां कोई सुनने वाला नहीं है और समस्या जस की तस बनी हुई है.
बाढ़ में चप्पे-चप्पे पर लगा कूड़े का अंबार गायब रहती हैं कार्यपालक पदाधिकारी
नगर परिषद की अध्यक्ष शकुंतला देवी ने कहा कि कार्यपालक पदाधिकारी से संपर्क साधने की कोशिश की गई, तो उनका मोबाइल बंद मिला, तो वो कभी फोन नहीं उठाती हैं. अगर उठाया भी तो उनका कहना था कि मीटिंग में हैं या हाई कोर्ट में हूं. शकुंतला देवी ने कहा कि जब कार्यपालक पदाधिकारी इस शहर से कोसों दूर हो और समस्या का समाधान कैसे होगा. जब से नगर परिषद के सफाई कर्मचारी हड़ताल पर गए हैं, तब से कार्यपालक पदाधिकारी अपने कार्यालय से गायब रही हैं. पूरा शहर त्राहिमाम कर रहा है.