बिहार

bihar

ETV Bharat / state

लॉकडाउन गाइडलाइंस में संशोधन के लिए सुमो ने PM मोदी और गृहमंत्री को कहा धन्यवाद

सभी लोग वापस घर आना चाह रहे थे. इसके लिए हमने केंद्र सरकार से अपील की थी. केंद्र सरकार ने हमारी समस्याओं को गंभीर मानते हुए गाइडलाइन में संशोधन किया है.

सुशील कुमार मोदी
सुशील कुमार मोदी

By

Published : Apr 29, 2020, 9:32 PM IST

पटना: कोरोना वायरस से निपटने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन लागू है. इस दौरान कई लोग अपने घर से दूर अन्य प्रदेशों में फंस गए थे. इनमें अधिकतर प्रवासी मजदूर और छात्र शामिल हैं. ऐसे में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने फंसे हुए लोगों के लिए नई गाइडलाइन जारी की है. गाइडलाइन जारी होने के बाद अन्य प्रदेश में फंसे लोग कुछ शर्तों के आधार पर वापस अपने घर जा सकेंगें. लॉकडाउन संशोधन के बाद प्रदेश के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने इसके लिए प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री को धन्यवाद कहा है.

'केंद्र सरकार से की गई थी अपील'
सुशील कुमार मोदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद देते हुए कहा कि बिहार के मजदूर और छात्र के अलावे बड़ी संख्या में पर्यटक और अन्य लोग भी विभिन्न प्रदेशों में फंसे हुए थे. सभी लोग वापस घर आना चाह रहे थे. इसके लिए हमने केंद्र सरकार से अपील की थी. केंद्र सरकार ने हमारी समस्याओं को गंभीर मानते हुए गाइडलाइन में संशोधन किया है. हम इसके लिए पीएम और गृहमंत्री को धन्यवाद देते हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'सीएम नीतीश ने भी की थी पीएम से बात'
लॉक डाउन में संशोधन के लिए पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की थी. उन्होंने कहा था कि बिहार के लोग बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं. उनके लिए गाइडलाइंस में संशोधन किया जाए ताकि हम उन्हें वापस बुला सके. आखिरकार बिहार की इस मांग को केंद्र सरकार ने स्वीकार कर लिया है. इधर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर लाइव आने का ऐलान करते हुए कहा कि केंद्र सरकार विपक्ष की मांग के आगे झुकी है. अब बिहार के बाहर फंसे लोग वापस अपने घर आ सकते हैं.

गौरतलब है कि बिहार, झारखंड जैसे कुछ राज्यों की मांग के बाद गृह मंत्रालय ने अलग-अलग स्थानों पर फंसे हुए प्रवासी मजदूरों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों और छात्रों की आवाजाही के लिए नई गाइडलाइन तैयार की है. नई गाइडलाइन के तहत फंसे हुए लोगों को एक राज्य से दूसरे राज्य में भेजा जा सकेगा. एक राज्य से दूसरे राज्य में भेजे जा रहे लोगों की पहले स्वस्थ्य जांच की जाएगी. जांच के बाद ही लोगों को आगे भेजा जाएगा. अपने गंतव्य पर पहुंचने पर ऐसे लोगों को स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के जरिए क्वारनटीन किया जाएगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details