पटना: देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर से बिगड़ते हालात को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शुक्रवार को केंद्र की मोदी सरकार परटीकाकरण को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. वहीं, अब राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुशील ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर राहुल गांधी पर निशाना साधा है.
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पोलियो का टीका लगाने में कांग्रेस को लगे 25 साल
सुशील ने ट्वीट कर कहा कि जिनके राज में पोलियो का टीका देने में ढाई दशक लगे, वे कोरोना टीकाकरण पर बेतुके सवाल उठा कर भ्रम फैला रहे हैं. स्मॉल पाक्स को नॉर्मल करने में 15 साल लगे थे. टीकाकरण 1962 से 1977 तक चला था. पोलियों मुक्त भारत बनाने के लिए 1990 में टीकाकरण शुरू किया गया और इसे पूरा करने में 25 साल लगे.
पाक्स व पोलियो के टीके भारत में नहीं हुए विकसित
सुशील ने ट्वीट कर कहा कि स्मॉल पाक्स और पोलियो के टीके भारत में विकसित नहीं हुए थे. दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भरता की तरफ बढते भारत ने न केवल एक साल में कोरोना का टीका विकसित किया, बल्कि 125 दिनों में 20 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त वैक्सीन दे दी. इस साल दिसम्बर तक भारत के पास कोरोना वैक्सीन की 216 करोड़ वाइल उपलब्ध होगी, जिससे एक अरब से ज्यादा लोगों को टीके लग जाएंगे
20 करोड़ से ज्यादा लोगों को लगा टीका
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भारत में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सबसे पहले लॉकडाउन लगाने, एक साल के भीतर वैक्सीन बनाने और अब तक 20 करोड़ 57 लाख लोगों को टीके लगवा कर दुनिया में सबसे तेज टीकाकरण का रिकार्ड बनाने तक जीवन बचाने के बड़े लक्ष्य हासिल किये.
कांग्रेस समेत विपक्षी दल फैला रहे भ्रम
दूसरी तरफ कांग्रेस, राजद और सपा जैसे दल हर कदम पर विरोध कर जनता में टीके को लेकर संदेह और दहशत फैलाते रहे हैं. सुशील मोदी ने कहा कि जब भारत सरकार ने इस साल के बजट में वैक्सीन के लिए 35 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया, तब सवाल उठाया गया कि जब कोविड समाप्त हो रहा है, तब इतने बड़े आवंटन की क्या जरूरत थी थी? कांग्रेस समर्थकों ने आरोप लगाया कि आवंटन निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया.
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भारत ने टीका बनाने में सफलता पायी
सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा कि भारत ने जब कोवैक्सीन बनाने में सफलता पायी, तब चिकित्सा विज्ञानियों का मनोबल बढ़ाने के बजाय इस पर समाज में अविश्वास पैदा किया गया.
किसी ने इसे इसे "भाजपा का टीका" कहा, तो किसी ने पहले प्रधानमंत्री के वैक्सीन लेने की बात कह कर संदेह फैलाया, जिससे टीकाकरण में बाधा पड़ी. राहुल गांधी क्या चीन के इशारे पर भारतीय टीकाकरण पर अनर्गल सवाल उठाने में लगे हैं?