पटना:बिहार में रामचरितमानस पर विवादित बयान (Controversial statement on Ramcharitmanas) से लगातार सियासत गर्म है. विपक्ष के नेता लगातार शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर पर हमला कर रहे हैं. अब तो विपक्ष ने नेता RJD पर भी सवाल उठाना शुरू दिए हैं. इधर, राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने एक बार फिर शिक्षा मंत्री निशाना साधा. कहा कि ऐसे मंत्री पर जगह-जगह हर थाने में केस दर्ज होनी चाहिए. ताकि किसी भी कॉलेज या संस्था में मंत्री घुस नहीं पाए. पार्टी को उनपर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.
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नीतीश कुमार का कोई नियंत्रण नहींः मोदी ने कहा कि महागठबंधन में अराजकता की स्थिति हो गई है. दलों के लोगों में मतभेद हो रहा है. जदयू के एक विधायक ने प्रोसेसर चंद्रशेखर का मानसिक संतुलन ठीक न होने की बात कह कर उन्हें हिंदू धर्म छोड़ने और इस्लाम या ईसाई पंथ में मतान्तरण कर लेने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि राजद से हाथ मिलाने के बाद मंत्रियों पर नीतीश कुमार का कोई नियंत्रण नहीं रह गया है.
राजद के कई नेता कर रहे विरोधःजिन्हें शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी गई. वे छात्रों-शिक्षकों की समस्याएं हल करने के बजाय लोकप्रिय हिंदू धर्म ग्रंथ रामचरितमानस की निंदा कर रहे हैं. इससे समाज में कटुता पैदा किया जा रहा है. मोदी ने कहा कि सत्तारूढ़ महागठबंधन में पूरी अराजकता की स्थिति है. रामचरितमानस प्रकरण में जदयू और राजद के बड़े नेता परस्पर-विरोधी बयान दे रहे हैं. राजद में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी और विधायक विजय मंडल शिक्षा मंत्री के बयान को गलत मानते हैं. प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह मंत्री साथ खड़े हैं.
"जदयू अध्यक्ष ललन सिंह के मुताबिक उनकी पार्टी मजबूत हुई है. लेकिन संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को संगठन में कमजोरी महसूस हो रही है. सरकार और महागठबंधन में तीखे मतभेद खुलकर सामने आ रहे हैं, जबकि नीतीश कुमार, लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव चुप्पी साधकर तमाशा देख रहे हैं."- सुशील कुमार मोदी, राज्यसभा सांसद