पटना:बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने एक बार फिर से सीएम नीतीश को घेरने का प्रयास किया है. उन्होंने कहा कि जो लोग पूरे देश में जातीय सर्वे कराने की बात कर रहे हैं, वे ये बताएं कि अब तक कांग्रेस, टीएमसी, झामुमो के शासन वाले राज्यों में जातीय सर्वे क्यों नहीं हुआ है? साथ ही उन्होंने कहा कि क्या नीतीश कुमार जातीय सर्वे कराने के लिए ममता बनर्जी को राजी कर पाएंगे?
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कर्नाटक में 200 करोड़ रुपये खर्च कर कराया सर्वे, रिपोर्ट लापता:सुमो ने कहा कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने को है. ऐसे में इन कांग्रेस पार्टी जातीय सर्वे कराने का वादा कर रही है, उसे बताना चाहिए कि यह काम पिछले चार साल में क्यों नहीं कराया गया? सुशील मोदी ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस की सिद्धरमैया सरकार द्वारा 2015 में 200 करोड़ रुपये खर्च कर जो जातीय सर्वे कराया गया था, उसकी रिपोर्ट अब तक जारी क्यों नहीं की गई है? हिमाचल प्रदेश में एक साल से कांग्रेस सरकार है. वहाँ जातीय सर्वे कराने की घोषणा क्यों नहीं हुई? क्या कांग्रेस को चुनाव करीब आने पर ही जातीय सर्वे की याद आती है?
कांग्रेस ने 50 सालों में पिछड़े वर्ग के लिए कोई काम नहीं किया: मोदी सरकार ने उन्होंने कहा कि कर्नाटक के जातीय सर्वे की रिपोर्ट जारी कराने के लिए लालू प्रसाद को राहुल गांधी से बात करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ने मंडल आयोग का विरोध किया था. विडम्बना यह कि आज लालू प्रसाद और नीतीश कुमार की पार्टियाँ मंडल और पिछड़ा विरोधी कांग्रेस की पालकी ढो रही हैं. सुशील मोदी ने कहा कि मोदी सरकार ने 9 साल में पिछड़े वर्ग के लिए जो काम किया, वे काम कांग्रेस सरकार ने 50 सालों में क्यों नहीं कर पाई.