पटना: बिहार में जेडीयू और आरजेडी के बीच जारी पोस्टर वॉर में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी कूद गए हैं. डीप्टी सीएम ने कहा कि अगर 1990 से 2005 के बिहार का वास्तविक पोस्टर बनाया जाए, तो वो पोस्टर इतना डरावना होगा कि नई पीढ़ी कांप उठेगी.
पोस्टर वॉर के बीच सुमो ने मारी एंट्री, कहा- RJD शासनकाल की वास्तविकता जान कांप उठेगी नई पीढ़ी - Poster War in biahr
सुशील मोदी ने लिखा कि लालू-राबड़ी शासित बिहार के बारे में जो पोस्टर लगाये गए हैं, उनमें न तो कुछ नया है, न कोई गलतबयानी की गई है. पोस्टर में डेढ़ दशक के अंधेरे दौर की कुछ ऐसी बातों की याद दिलायी गई है, जिनकी कठोर सच्चाई लोगों ने भोगी है.
सुशील मोदी ने किया ट्वीट
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने अपने ट्वीटर पर लिखा, 'यदि 1990-2005 के बिहार का वास्तविक पोस्टर बनाया जाए, तो वह इतना भयावह होगा कि नई पीढ़ी कांप जाएगी. जो लोग सच देखने का साहस रखते हों, उन्हें बिहार के हालात पर बनी दो फिल्में 'गंगा जल' और 'अपहरण' यू-ट्यूब से डाउनलोड कर अवश्य देखनी चाहिए.
ये दोनों फिल्में भाजपा ने नहीं......मशहूर बिहारी फिल्म निर्देशक प्रकाश झा ने बनाई थीं. एक पोस्टर पर भड़के आरजेडी के नेता इन फिल्मों के बारे में क्या कहेंगे?’
लालू-राबड़ी पर साधा निशाना
वहीं, एक अन्य ट्वीट में सुशील मोदी ने लिखा कि लालू-राबड़ी शासित बिहार के बारे में जो पोस्टर लगाये गए हैं, उनमें न तो कुछ नया है, न कोई गलतबयानी की गई है. पोस्टर में डेढ़ दशक के अंधेरे दौर की कुछ ऐसी बातों की याद दिलायी गई है, जिनकी कठोर सच्चाई लोगों ने भोगी है. लालू प्रसाद बताएं कि उनके समय लाखों लोगों को पलायन क्यों करना पड़ा था.