पटनाः आरआरबी एनटीपीसी रिजल्ट विवाद पर (RRB NTPC Result Controversy) पर बिहार से बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने भारत सरकार के रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव से मुलाकात की (Sushil Modi Meeting with Rail Minister Ashwani vaishnav). छात्रों की मांगों पर उन्होंने बातचीत की. उन्होंने छात्रों को मैसेज देते हुए एक वीडियो भी जारी किया है. वीडियो के मुताबिक रेल मंत्री से हुई उनकी मुलाकात काफी सकारात्मक रही. वीडियो में वे पांचों मांगों के बारे में छात्रों को आश्वस्त कर रहे हैं. साथ ही कह रहे हैं कि आप सभी तैयारी करें, आपके हित में फैसला आएगा.
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''छात्रों मैंने रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव से मुलाकात की है. आपकी मांगों पर बातचीत हुई है. आपकी पहली मांग थी, ग्रुप डी में जिन सात ग्रुप्स के मेडिकल स्टैंडर्ड को अचानक 2022 में बदल दिया गया, उसे 2019 के रूल पर रखा जाए. दूसरी मांग थी, जो डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन है, वो डेढ़ गुना किया जाए. जो पहले प्रावधान था, जिसे अचानक बदल कर असंतुल्य कर दिया गया था. आपकी तीसरी मांग थी, ईडब्ल्यू सर्टिफिकेट 2019 के बाद की भी स्वीकार की जाए. इन सभी पर बातचीत हुई.''- सुशील मोदी, राज्यसभा सांसद
सुशील मोदी ने कहा कि ग्रुप डी की एक परीक्षा, एनटीपीसी के परिणाम में अन्य साढ़े तीन लाख परीक्षार्थियों का रिजल्ट घोषित किया जाना है, इन पांचों मांगों का अवश्य वे समाधान करेंगे. आप सभी तैयारी करें, आपके पक्ष में जल्द फैसला होगा.
आपको बवाल की वजह बताते हैं.रेलवे भर्ती बोर्ड की गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों की परीक्षा-2021 परिणाम 14-15 जनवरी को जारी किये गए थे. इन परीक्षाओं में 1 करोड़ 40 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे और नतीजे आने के बाद से ही छात्रों के बीच असंतोष का मुद्दा छाया हुआ है. 35 हजार पद के लिए आरआरबी और एनटीपीसी ने वैकेंसी कंडक्ट किया था. जिसमें मैट्रिक और इंटर पास छात्रों के लिए नौकरी के आवेदन ऑफर किए गए थे. साल 2021 में परीक्षा हुई और जब परीक्षाफल प्रकाशित हुए तो एक ही रोल नंबर के चार या पांच लड़के उत्तीर्ण दिखाए जा रहे थे.
ये विरोध बिहार और देश के कई अन्य हिस्सों में छात्रों द्वारा किया जा रहा है. प्रदर्शनकारी छात्रों ने कई स्थानों पर रेल पटरियों पर धरना दिया, प्रदर्शन इतना उग्र हो गया कि छात्रों ने कई बोगियों को फूंक दिया. रेल इंजन में आग लगा दी. नतीजतन, पुलिस ने छात्रों पर लाठीजार्च किया. खान सर और तमाम कोचिंग संस्थानों को शिक्षकों पर छात्रों को भड़काने के आरोप में FIR दर्ज किया गया. इन सबके विरोध में छात्र संगठनों ने 28 जनवरी को बिहार बंद का आह्वान कर दिया.
इधर 27 जनवरी को ही भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा, 'आरआरबी एनटीपीसी रिजल्ट विवाद पर राजनीति हो रही है. जो भी लोग प्रदर्शन कर रहे हैं, वे राजनीतिक पार्टी से जुड़े लोग हैं. इस मामले पर राजद, कांग्रेस समेत विपक्षी दल राजनीति कर रहे हैं. छात्रों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं. जो पढ़ने वाले छात्र हैं, वे इन दलों की बातों में नहीं आएंगे. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मेरी मुलाकात हुई है. छात्रों की प्रमुख मांगों पर सहमति बन गई है. रेलवे अब ग्रुप D की 2 की जगह 1 परीक्षा लेगा. एनटीपीसी के परिणाम एक उम्मीदवार-यूनिक रिजल्ट फॉर्मूला पर लागू होगा. एनटीपीसी की परीक्षा के साढ़े तीन लाख अतिरिक्त परिणाम वन कैंडिडेट-यूनिक रिजल्ट के आधार पर घोषित किए जाएंगे. जो समिति बनी है, उसकी रिपोर्ट आने के बाद इन मांगों को क्रियान्वित किया जाएगा.'
रेलवे भर्ती परीक्षा के परिणाम के विश्लेषण का उनका एक वीडियो वायरल (Video Viral) हो गया, जिसमें वे परीक्षार्थियों को परीक्षा परिणाम के कथित गड़बड़ी की जानकारी दे रहे हैं. साथ ही अपने हक के लिए आंदोलन करने की बात कर रहे हैं. रेलवे के खिलाफ छात्रों के बड़े आंदोलन को लेकर प्रशासन ने इस वीडियो को उकसाने वाला माना है. इस आंदोलन के बाद खान सर अपना फोन ऑफ करके लापता हो गए थे. इसी बीच खान सर का एक वीडियो सामने आया है. जिसमें वे कह रहे हैं कि 28 जनवरी को होने वाले किसी भी प्रोटेस्ट में हिस्सा न लें. लेकिन राजनीतिक दल और छात्र संगठनों ने इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए जगह जगह प्रदर्शन किए.
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