पटना: बिहार में ईट निर्माण पर एक बार फिर से सरकार का फरमान आया है. उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने प्रदूषण नियंत्रण की बैठक में कहा कि ईट-भट्टे का निर्मा वही कर सकता है, जिन्होंने नई तकनीक अपना ली है. सुमो ने कहा कि जिनके पास कीनन टेक्नोलॉजी नहीं होगी, उन्हें ईट भट्टों का कार्य शुरू करने की अनुमती नहीं मिलेगी.
प्रदूषण नियंत्रण पर सुमो का ऐलान, ईट-भट्टों में इस तकनीक का करें इस्तेमाल - sushil modi meeting in patna
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वायु प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है. ईट निर्माण के कारण भी वायु प्रदूषण ज्यादा फैलता है. इसको रोकने के लिए ईट-भट्टों के मालिकों को कीनन तकनीक की सहायता से काम करना होगा. ताकि प्रदूषण कम हो सके.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वायु प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है. ईट निर्माण के कारण भी वायु प्रदूषण ज्यादा फैलता है. इसको रोकने के लिए ईट-भट्टों के मालिकों को कीनन तकनीक की सहायता से काम करना होगा. ताकि प्रदूषण कम हो सके. सुशील मोदी बैठक में बिल्डरों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने कई बार ईट-भट्टों के मालिकों को आदेश दिया कि कीनन तकनीक से काम शुरू किया जाए वर्ना काम बंद कर दिया जाएगा. इसके बावजूद काम शुरू करने में देरी हुई है.
'2019 तक काम करे शुरू'
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अब समय खत्म हो चुका है. 2019 के अंत तक इस तकनीक का सहारा लेकर काम शुरू करें. वर्ना सभी ईट-भट्टे बंद कर दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि दो हजार से ज्यादा ईट-भट्टे के मालिकों ने डिपार्टमेंट में शपथपत्र दिया है कि वह नई टेक्नोलॉजी से ईट निर्माण करेंगे.