पटनाः कभी बिहार में नीतीश की सरकार बनवाने के लिए घेराबंदी करने वाले बाहुबली नरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ सुनील पांडेय ने एलजेपी से बगावत कर दी है. माना जा रहा है कि सुनील पांडेय तरारी विधानसभा सीट से निर्दलीय ताल ठोकेंगे. दरअसल, एनडीए में सीट बंटवारे के बाद यह सीट बीजेपी कोटे में है. ऐसे में माना जा रहा है कि यहां से एलजेपी अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी.
बीजेपी के खिलाफ ताल ठोकेंगे
सुनील पांडेय एलजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष थे. माना जा रहा था कि पार्टी उन्हें तरारी सीट से उम्मीदवार बनाएगी, लेकिन चुनाव में एलजेपी ने एनडीए से अलग होने के बावजूद भी इनका सियासी समीकरण बिगड़ गया. क्योंकि एनडीए में यह सीट बीजेपी को मिल गया है. वहीं, एलजेपी ने ऐलान किया है कि वह बीजेपी के खिलाफ इस चुनाव में उम्मीदवार नहीं उतारेगी. यही कारण है कि सुनील पांडेय ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और अब बीजेपी के खिलाफ यहां से ताल ठोकेंगे.
पहली बार नीतीश के लिए की थी घेराबंदी
गौरतलब है कि साल 2000 में नीतीश कुमार 7 दिन के लिए मुख्यमंत्री बने थे. उस वक्त बिहार में समता पार्टी और बीजेपी का गठबंधन था. साल 2000 फरारी सुनील पांडेय पीरो विधानसभा क्षेत्र पहली बार चुनाव जीत कर विधावसभा पहुंचे थे. कहा जाता है कि उस वक्त सुनील पांडेय ने नीतीश के समर्थन में बाहुबली और निर्दलीय विधायकों को एकजुट किया था. हालांकि नीतीश कुमार इसके बावजूद सदन में बहुमत साबित नहीं कर पाए थे.
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